रामदास अठावले ने कहा उत्तरप्रदेश में दो राज्य बनने पर ही होगा विकास

बरेली: केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि कांग्रेस की कमान जब तक राहुल गांधी के हाथ में रहेगी नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने रहेंगे। उन्होंने उत्तर प्रदेश में दो राज्य बनाने की वकालत करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर गृहमंत्री और प्रधानमंत्री से भी मुलाकात कर सुझाव देंगे। सपा-बसपा गठबंधन को अनुचित बताते हुए उन्होंने कहा कि बसपा प्रमुख मायावती को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। सपा के बजाय उन्हें भाजपा का साथ देना चाहिए, इसी में दलित समाज की भलाई है। बरेली मंडल के बदायूं जिले के सखानू में आयोजित रिपब्लिकन पार्टी की रैली में शामिल होने आए केंद्रीय मंत्री पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे।रामदास अठावले ने कहा उत्तरप्रदेश में दो राज्य बनने पर ही होगा विकास

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष की अहम भूमिका रहती है, लेकिन कांग्रेस प्रमुख जिस तरह की राजनीति कर रहे हैं उससे साफ दिख रहा है कि नरेंद्र मोदी लगातार पीएम बने रहेंगे। उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती की तारीफ तो की, लेकिन यह भी कहा कि बसपा का सपा को समर्थन देना समझ में नहीं आया। कहा कि सपा, बसपा की सबसे बड़ी दुश्मन है, इसलिए दलितों के हित को ध्यान में रखते हुए मायावती को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।

भाजपा आंबेडकर के विचारों को मानती है, इसलिए मायावती को भाजपा का साथ देना चाहिए। उन्होंने मायावती को रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया में आने का निमंत्रण तक दे डाला और कहा कि अगर वह हमारे साथ आती हैं तो उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर केंद्रीय मंत्री भी बनवाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार महाराष्ट्र में 350 फीट की आंबेडकर प्रतिमा स्थापित करा रही है। कुछ सांसदों के भाजपा सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाले लोग ऐसे हैं जिन्हें लग रहा है कि अब टिकट नहीं मिलने वाला है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ हुए दलित आंदोलन संबंधी सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को संबंधित मुकदमे में ही निर्णय सुनाना चाहिए था। अखिलेश ने मुलायम ¨सह को दिया धोखा

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम ¨सह यादव को धोखा दिया। इसी का खामियाजा सपा को भुगतना पड़ा। मुलायम ¨सह की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने समाजवादी पार्टी को मजबूत बनाने में बहुत मेहनत की थी, लेकिन पारिवार का विवाद निपटने के बाद भी मुलायम ¨सह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के बजाय अखिलेश यादव खुद अध्यक्ष बन गए, यह बात कार्यकर्ताओं को अच्छी नहीं लगी, जिसका खामियाजा सपा को भुगतना पड़ा।

Back to top button