दिल्ली: आतिशी से मिलने एलएनजेपी अस्पताल पहुंचे अखिलेश यादव

सपा प्रमुख अखिलेश यादव दिल्ली की मंत्री और आप नेता आतिशी से मिलने लोकनायक अस्पताल पहुंचे हैं। दिल्ली जल संकट और हरियाणा से पानी की आपूर्ति को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद 25 जून की देर रात उन्हें यहां लाया गया था। वहीं, पूर्व सांसद और CPI(M) नेता वृंदा करात भी आतिशी का हाल जानने अस्पताल पहुंचीं।

अखिलेश यादव ने कहा कि मैं यहां जल मंत्री की स्वास्थ्य की जानकारी लेने आया था। आतिशी बहादुर हैं और लड़ना जानती हैं। वह दिल्ली की जनता के लिए लड़ती रही हैं। जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है, मुख्यमंत्री केजरीवाल की सरकार को अपेक्षित सहायता नहीं दे रही है। उन्होंने केजरीवाल के साथ सबसे अधिक अन्याय किया है। उन्हें फिर से फर्जी मामले में फंसा दिया गया है ताकि वह बाहर ना आ सकें और जनता के बीच ना जा सकें।

अस्पताल में आतिशी से मिलने के बाद सीपीआई (एम) नेता वृंदा करात ने कहा कि आतिशी को सलाम करने के लिए मैं यहां आई थी। वह दिल्ली के लोगों के लिए बहुत बहादुरी से लड़ रही हैं। यह अफसोस की बात है कि भाजपा सरकार और एलजी इस मुद्दे को पक्षपातपूर्ण तरीके से निपटा रहे हैं। उन्होंने खुद मुझसे कहा कि वह फिर से संघर्ष की राह पर लौटने का इंतजार कर रही हैं।

आतिशी को लोकनायक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उनके अनशन पर विराम लग गया है। डॉक्टरों ने कहा कि आतिशी को मंगलवार तड़के 3:48 बजे इमरजेंसी में लाया गया। जांच के दौरान ब्लड शुगर बहुत कम पाया गया। इसे देखते हुए उन्हें आईसीयू में रखा गया है। जब आतिशी अस्पताल में भर्ती हुई थीं, तब उनका ब्लड शुगर 44 था। यूरीन में कीटोन थे। उनके ईसीजी में भी बदलाव पाए गए हैं, इसलिए उनको आईसीयू में रखना पड़ा।

सोमवार शाम को भी एलएनजेपी के डॉक्टरों की टीम ने अनशन स्थल पर जाकर उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया था। उस समय भी उनका ब्लड शुगर लेवल काफी कम था और उनको अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी थी लेकिन उन्होंने हमें लिखित में कहा कि वे अस्पताल में भर्ती नहीं होना चाहती हैं। इसके बाद ब्रेन से उनका ब्लड सैंपल लिया था, जिसकी रिपोर्ट रात 10 बजे आई।

डॉक्टरों ने कहा कि रिपोर्ट देखने के बाद हमने उनसे कहा था कि ब्लड शुगर का लेवल बहुत खतरनाक स्तर पर नीचे पहुंच गया है। यह खतरनाक हो सकता है। आईसीयू में भर्ती होने के बाद उनके सारे पैरामीटर्स ठीक हैं। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी देखरेख कर रही है।

फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। वे फल ले रही हैं। अभी कुछ और ब्लड टेस्ट किए जाएंगे। अब खतरे की कोई बात नहीं है, लेकिन ब्लड शुगर बहुत कम है, जो गिरकर 36 तक आ गया है। यह बहुत ही गंभीर हाइपो ग्लाइसिमिया के लक्षण हैं। उनका सोडियम लेवल भी काफी कम हो गया था। उनका सोडियम 127 था। जब शुगर लेवल बहुत कम हो जाता है, तो उसका असर ब्रेन पर होता है और मरीज हाइपो ग्लाइसिमिया में चला जाता है।

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