दिल्ली: इस्त्राइली तकनीक से पकड़े गए चांदनी चौक में 80 लाख लूटने वाले, दो गिरफ्तार…

पुलिस ने इस संबंध में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर 79.50 लाख रुपये की रकम भी बरामद कर ली है।
चांदनी चौक के हवेली हैदर कुली में सोमवार शाम फायरिंग कर 80 लाख रुपये लूटने की गुत्थी को उत्तरी जिला की संयुक्त टीमों ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस संबंध में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर 79.50 लाख रुपये की रकम भी बरामद कर ली है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान मुख्य आरोपी मोहम्मद अली (21) और उसके साथी समीर (19) के रूप में हुई है। पुलिस ने इस्त्राइली फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम की मदद से आरोपी की पहचान की और 24 घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
जांच के दौरान पुलिस ने जब सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की तो पता चला कि आरोपी की तस्वीर सीसीटीवी में कैद है। उसके फेस को इस्त्राइली फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम में डाला गया। तकनीक की मदद से पता चला कि आरोपी बदमाशों के पुराने रिकॉर्ड से मैच हो गया। उसकी पहचान मोहम्मद अली के रूप में हुई। पुलिस ने उसे दरियागंज से दबोच लिया। बाद में इसके सहयोगी समीर को भी गिरफ्तार कर रकम बरामद कर ली गई। मोहम्मद अली 2023 में चांदनी चौक में ही इसी तरह के एक मामले में शामिल रह चुका है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त राजा बांठिया ने बताया कि 17 मार्च की शाम को अजामल भाई गणेश नामक व्यक्ति कूचा घासीराम से कंपनी की 80 लाख रुपये पेमेंट लेकर एक बैग में निकला था। गली हवेली हैदर कुली में पहुंचने पर एक बदमाश ने गोली चलाकर अजामल भाई से उसका बैग लूट लिया और भाग गया। आरोपी ने जमीन की ओर करके एक गोली चलाई।
वारदात की सूचना मिलते ही लाहौरी गेट, कोतवाली थाना पुलिस के अलावा स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर रोहित सारस्वत अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। वारदात को नीले रंग की शर्ट पहने एक युवक ने अंजाम दिया था। सीसीटीवी से पता चला कि वह कूचा घासीराम से ही अजामल का पीछा करते हुए आ रहा था। आरोपी एक अन्य युवक के इशारे पर काम कर रहा था।
वारदात के बाद एक आरोपी लालकिला, दरियागंज होते हुए भागा। दूसरा अलग दिशा में भागा। पुलिस की टीम ने अलग-अलग जगह के 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। सीसीटीवी की पहचान करते हुए टीम कूचा चालान, दरियागंज पहुंच गई। लोकेशन पर पहुंचने के बाद आरोपी गायब हो गया।
पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर आरोपी की फोटो इजरायली फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम से मैच कराई तो बदमाशों के पुराने रिकॉर्ड में मेल खा गई। पुलिस ने कूचा चालान से मोहम्मद अली को दबोच लिया। बाद में उसकी निशानदेही पर सुनारो वाली गली, दरियागंज से समीर को दबोच लिया गया। लूटी गई रकम और वारदात में इस्तेमाल हथियार को बरामद कर लिया गया।
शनिवार को की गई थी रेकी
मोहम्मद अली को रुपयों की जरूरत थी। वह कूचा महाजनी में काम करता था। उसे सभी कटरों का पता था कि कौन-कौन आदमी पैसों के साथ मूवमेंट करते हैं। कूचा घासीराम पर भी उसकी नजर रहती थी। उसने लूट के लिए समीर को तैयार किया। बाद में हथियार का इंतजाम किया गया। इसके बाद अली ने समीर से शनिवार को रेकी भी करवाई। सोमवार को योजना के तहत समीर को तैयार रहने के लिए कहा गया। इसके बाद दोनों कूचा महाजनी के पास पहुंच गए। इस दौरान अजामल अंदर खाली बैग लेकर गया।
बाद में उसे कमर पर भारी बैग को लटके देखा गया। मो. अली ने समीर को इशारा किया। इसके बाद समीर ने अजामल का पीछा करना शुरू किया। मौका लगते ही उसने हवेली हैदर कुली में वारदात को अंजाम दिया और कैश लेकर मौके से भाग गया। वारदात के बाद भी अली ने समीर को दूसरी दिशा में भागने का इशारा किया। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है। पता चला कि अली ने 50 हजार रुपये किसी को देकर अपना कर्ज उतारा है।