खतरा बढ़ा तो उत्तर कोरिया को कर देंगे तबाह- डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में अपना पहला संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने ना सिर्फ इस्लामिक आतंक को खत्म करने की बात कही बल्कि नॉर्थ कोरिया को भी साफ चेतावनी दे डाली।
उत्तर कोरिया पर बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि किम जोंग उन (उत्तर कोरिया का तानाशाह) की परमाणु शक्ति संपन्न सत्ता अगर अपने पड़ोसियों के लिए खतरा बनी तो उत्तर कोरिया को तबाह करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा, ‘अमेरिका के पास काफी ताकत और धैर्य है, लेकिन अगर उसे खुद का या अपने सहयोगियों का बचाव करना पड़ा तो हमारे पास उत्तर कोरिया को तबाह करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि ‘रॉकेट मैन’ (किम जोंग उन) अपने और अपनी सत्ता के लिए आत्मघाती अभियान पर है। उन्होंने कहा, ‘अमेरिका तैयार है, चाहता है और सक्षम है, लेकिन उम्मीद है कि इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी।’
ट्रंप ने आगे कहा, किसी भी शासन ने अपने लोगों का उतना अपमान नहीं किया, जितना उत्तर कोरिया ने किया है। परमाणु हथियारों को लेकर उत्तर कोरिया के बेपरवाह रवैये ने पूरी दुनिया को धमकाने का काम किया है।
वहीं इस्लामिक आतंक पर ट्रंप ने कहा कि अमेरिका कट्टर इस्लामी आतंकवाद को खत्म करके रहेगा। उन्होंने कहा कि आतंकियों को वह अपने देश या दुनिया के टुकड़े करने नहीं दे सकते।
संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए ट्रंप ने दुनिया के नेताओं से कहा, आतंकी और चरमपंथी दुनिया के हर कोने में मजबूत हुए हैं और फैल रहे हैं। वक्त आ गया है जब आतंकी संगठनों को वित्तीय मदद और सुरक्षित पनाह मुहैया कराने वाले देशों को बेनकाब किया जाए और उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाए।
उन्होंने कहा कि सभी जिम्मेदार देशों को साथ मिलकर आतंकियों और उन्हें प्रेरित करने वाले इस्लामी चरमपंथियों का मुकाबला करना चाहिए। यहां यह उल्लेखनीय है कि पिछले महीने ही ट्रंप ने पाकिस्तान को आतंकियों को सुरक्षित पनाह मुहैया कराने के लिए कड़ी चेतावनी दी थी।
ईरान से परमाणु समझौते को बताया शर्मिदगी
ट्रंप ने ईरान के साथ परमाणु समझौते को अमेरिका के लिए ‘शर्मिदगी’ करार दिया। लिहाजा माना जा रहा है कि अमेरिका या तो इस समझौते को रद कर सकता है या कुछ नई शर्ते लगा सकता है। ट्रंप ने कहा, ‘विश्वास कीजिए, यही समय है जब पूरी दुनिया को हमारे साथ मिलकर ईरान सरकार से मौत और विनाश की अपनी खोज समाप्त करने की मांग करनी चाहिए।’
सहयोगियों के लिए अच्छा दोस्त साबित होगा अमेरिका
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका का राष्ट्रपति होने के नाते मेरा दायित्व है कि मैं अमेरिकी लोगों के अधिकारों और हितों की रक्षा करूं। यहीं काम सभी राष्ट्राध्यक्षों का है। उन्होंने कहा कि अमेरिका पूरी दुनिया और खासतौर पर अपने सहयोगियों के लिए अच्छा दोस्त साबित होगा।
सीरिया और इराक में मिली बड़ी कामयाबी
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, सीरिया और इराक में आइएस को हराने में हमें बड़ी कामयाबी मिली है। हम जॉर्डन, तुर्की और लेबनान का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं कि उन्होंने अपने यहां सीरिया के शरणार्थियों को पनाह दी।
इसे भी पढ़े: मैक्सिको में 7.1 तीव्रता के भूकंप से भीषण तबाही, 139 लोगों की मौत
मानवाधिकार परिषद पर साधा निशाना
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के लिए यह बड़ी शर्मिंदगी की बात है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कुछ ऐसी सरकारें भी बैठी हुई हैं, जिनका रिकॉर्ड इस मामले में बेहद खराब है। वेनेजुएला के लोग तबाह हो रहे हैं, एक जिम्मेदार दोस्त होने के नाते यह हमारा लक्ष्य है कि हम उनकी मदद करें और लोकतंत्र स्थापित करें।