कोरोना वायरस ने रोकी सपा की साइकिल, अखिलेश बोले- बीमारी पर गंभीर नहीं योगी सरकार

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस के संक्रमण को महामारी मानने को ही तैयार नहीं हैं। इससे तो लगता है कि वह इससे कहर को लेकर जरा भी गंभीर नहीं हैं। प्रदेश के किसी भी अस्पताल में इसकी जांच की अच्छी सुविधा नहीं है। उन्होंने कहा कि न अस्पतालों में न दवाई है ना इलाज मिल पा रहा है। ऐसे में पीडि़त जनता कोरोना से कैसे मुकाबला करेगी

अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी अब नवरात्रि के बाद अपने कार्यक्रमों को धार व रफ्तार देगी। पार्टी ने 23 मार्च से अपना साइकल चलाने कार्यक्रम निरस्त किया है। अब 22 अप्रैल से कार्यक्रम शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ दमदार निर्णय लेने वाली सरकार नहीं है। यह सरकार किसानों के गन्ने के भुगतान को सबसे पहले गिनाती है। प्रदेश में वर्तमान समय में खाद समेत कई चीजें महंगी हुई हैं। किसान बेहाल है। यूपी में सबसे ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है। हमारी पार्टी के विधायकों ने महोबा का दौरा किया है। वहां पर 65 किसानों ने आत्महत्या की है।

अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार को अपना संकल्प पत्र पलटना चाहिए। प्रदेश में गुंडाराज और भ्रष्टाचार चरम पर है। लखनऊ के आसपास ही महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। सरकार को तीन वर्ष बाद तो इन्वेस्टर समिट की हकीकत बतानी ही चाहिए। जो काम तीन साल में नही हो पाया वो अब क्या होगा। पूर्वांचल में समाजवादी पार्टी की सरकार ने ही 70 प्रतिशत से ज्यादा किसानों से जमीन ले ली थी। सीएम योगी आदित्यनाथ को सच बोलना चाहिए। मेट्रो को लेकर जो रट लिया वही बोल रहे है। वह सिर्फ यह ही बता दें कि गोरखपुर में मेट्रो कब शुरू होगी। कम से कम अपना एक भी काम तो गिना दें।

अखिलेश यादव ने कहा कि हम अपने कार्यकर्ताओं से अपील करते है कि इस समय कोरोना महामारी का प्रकोप है जिसमें बचाव से ही बचा जा सकता है। हमने अपने सभी आंदोलन, क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। अब नवरात्रि के बाद कार्यक्रम किये जायेंगे।

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