कोरोना कहर के चलते इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में आई भारी गिरावट

वित्त-वर्ष 2022-21 के दौरान कोरोना हावी रहा. जीडीपी के साथ-साथ अर्थव्यवस्था के हर मोर्चे पर इस महामारी ने झटका दिया है. देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. लेकिन वित्त वर्ष 2020-21 में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की गई है.

इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (SMEV) ने गुरुवार ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 20 फीसदी घटकर 2,36,802 यूनिट्स रही. इससे पिछले साल 2019-20 में दोपहिया, तिपहिया और चार पहिये वाले इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की बिक्री कुल मिलाकर 2,95,683 इकाई रही.

एसएमईवी के मुताबिक वित्त वर्ष 2020- 21 में दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री इससे पिछले साल के मुकाबले 6 फीसदी गिरकर 1,43,837 यूनिट्स रही. इसमें 40,836 तेज गति वाले ई-दोपहिया शामिल हैं जबकि 1,03,000 वाहन हल्की गति वाले शामिल हैं.

अगर तिपहिया वाहनों की बात करें तो वित्त वर्ष 2020-21 में 88,378 तिपहिया वाहन बेचे गए, जबकि एक साल पहले 1,40,683 तिपहिया वाहन बेचे गए थे. इन आंकड़ों में उन तिपहिया वाहनों को शामिल नहीं किया गया है जो कि परिवहन प्राधिकरण के पास पंजीकृत नहीं हैं.

वहीं चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की अगर बात की जाए तो 2020-21 में 4,588 वाहनों की बिक्री हुई, जबकि इससे पिछले साल 3,000 वाहनों की बिक्री हुई थी. इस प्रकार इस सेगमेंट में वाहन बिक्री में 53 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई.

एसएमईवी के महानिदेशक सोहिन्दर गिल ने कहा, ‘वित्त वर्ष की शुरुआत से पहले अच्छी बिक्री होने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन विभिन्न कारणों से बिक्री कम रही. इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया वाहनों की श्रेणी में बिक्री पिछले साल के मुकाबले कम रही.’

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