लखनऊ में तैयार हो रहे हैं ‘कोरोना कमांडो’, जानें इसकी खासियत…

कोरोनावायरस ने दुन‍िया भर में हाहाकार मचाया हुआ है. चीन के बाद इटली में भी इस वायरल से लोगों की बड़ी संख्या में मौत हो रही है. भारत में भी कोरोना के 40 से ज्यादा पेशेंट हो गए हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश का एक हॉस्प‍िटल एक महीने से ‘कोरोना कमांडो’ तैयार कर रहा है जो कहीं भी जाकर कोरोना वायरस से ग्रस‍ित मरीज का इलाज कर सकते हैं. यह कोरोना कमांडो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक हॉस्प‍िटल में बनाए जा रहे हैं.

लखनऊ में कोरोनावायरस से लड़ने के लिए केजीएमसी ने नई पहल की है. किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के पल्मोनरी डिपार्टमेंट ने कोरोना कमांडो बनाकर ट्रेनिंग शुरू की है .इसके लिए 1 महीने से चल रही ट्रेनिंग में कोरोनावायरस के पेशेंट को कैसे तुरंत लड़ा जाए और कैसे उनको राहत दी जाए, उससे न‍िपटने के ल‍िए सबके लिए क्विक रिस्पांस रेस्क्यू टीम यानी QRRT तैयार की है.

इस टीम के डॉक्टर को कोरोना कमांडो नाम दिया गया है जिनके पास कोरोनावायरस से लड़ने के लिए इंटरनेशनल उपकरण मौजूद हैं. इनके पास भारत का सबसे बड़ा आईसीयू यूनिट है ज‍िसके पास वह सारी मशीन एक बेड पर मौजूद है जो कोरोनावायरस से लड़ने के लिए और मरीज को आइसोलेशन  में रख कर ठीक करने में मदद करती है.

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यहां तक क‍ि अगर कोरोनावायरस से लड़ने के लिए सरकार को डॉक्टरों की टीम की जरूरत पड़ती है तो कोरोना कमांडो की टीम वहां जाकर भी इलाज कर सकती है. इसके लिए सभी कमांडो को वेल ट्रेंड किया गया है. इन्हें एचओडी वेदप्रकाश ने खुद ट्रेंड किया और अब ये कमांडो दूसरे अन्य अस्पतालों से आए डॉक्टरों को लगातार ट्रेनिंग दे रहे हैं जिससे वह कोरोनावायरस से तुरंत लड़ सकें.

लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के पल्मोनरी डिपार्टमेंट, जिसमें भारत का बेस्ट आईसीयू है और सबसे मॉर्डन तकनीक है, वहां के यहां के एचओडी वेद प्रकाश ने डॉक्टरों की एक टीम तैयार की जो कोरोना कमांडो कहलाते हैं. यह डॉक्टर क्विक रिस्पॉन्स रेस्क्यू टीम की तरह  काम करते हैं.

डॉक्टर वेद प्रकाश के मुताब‍िक, यह टीम पिछले एक महीने से सरकारी अस्पताल सहित कई लोगों को कमांडो ट्रेनिंग दे चुके हैं. उनको इस बात की ट्रेनिंग दी गई है क‍ि अगर कोरोनावायरस का मरीज आता है तो सबसे पहले क्या चीज यूज करेंगे और कैसे इसको आइसोलेशन में रख कर ट्रीटमेंट करेंगे.

इस ट्रेनिंग कैंप यानी हॉस्पिटल में हर वो हथियार यानी उपकरण मौजूद है जो कोरोनावायरस से लड़ने के लिए मौजूद है. यहां डॉक्टर वेद प्रकाश ने बेड पर रखी हुई डमी से मशीनों का प्रैक्ट‍िकल करके दिखाया और सभी मशीनों का उपयोग करके दिखाया. यही नहीं, यह भी बताया क‍ि कैसे हम ट्रेनिंग देकर डॉक्टरों को मजबूत कर रहे हैं.

आम तौर पर यह देखा जाता है कि बहुत सी जगह हॉस्प‍िटल में डॉक्टर और पेशेंट के साथ रहने वाले अटेंडेंट और वार्ड बॉय तक पेशेंट से दूर भागने लगते हैं कि कहीं उनको भी कोरोना न हो जाए. इस डर को भगाने और सेफ तरीके से ट्रीटमेंट करने के लिए मेडिकल कालेज की इस यूनिट में कोरोना कमांडो बनाकर सभी अन्य डॉक्टरों और स्वस्थ कर्मचारियों को कोरोना वायरस से लड़ने के ल‍िए ट्रेंड क‍िया जा रहा है.

 

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