सैलून संचालक को हुआ कोरोना, 57 लोगो के काटे थे बाल…

कोरिया जिले के हल्दीबाड़ी में सेलून का संचालन करने वाले एक नाई के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद लोगाें में दहशत का माहौल है। दरअसल सैलून संचालक 57 लोगों के संपर्क में आया है। उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वह व्यक्ति उत्तरप्रदेश के फतेहपुर से अंबिकापुर आने के बाद अपने कारोबार में लगा था। अभी तक की ट्रैवल हिस्ट्री में उत्तरप्रदेश से पत्नी और बच्चे को लाने के बाद वह 57 लोगों के कांटेक्ट में आया है।

सभी का रैपिड टेस्ट कोरिया जिले के अस्पताल में हुआ है, जिनकी रिपार्ट निगेटिव आई है। कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पत्नी का रिपोर्ट भी निगेटिव आया है, बच्चे के टेस्ट रिपोर्ट का चिकित्सकों को इंतजार है।

हल्दीबाड़ी चिरिमिरी निवासी कोरोना पॉजिटिव सैलून संचालक को शुक्रवार की रात लगभग 11 बजे मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में एक्सक्लुसिव कोविड एम्बुलेंस से लाकर भर्ती किया गया। एहतियात बतौर कोविड अस्पताल को चारों तरफ से बंद रखा गया है। उसकी पत्नी और बच्चे को चिरमिरी में ही होम क्वारंटाइन किए हैं।

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव मरीज के जांच, उपचार में शिफ्टवार लगे चिकित्सक, नर्स और सफाई कर्मचारी भी सात दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन किए जाएंगे। चिकित्सक फिलहाल कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति और उसके परिवार के सदस्यों के आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रहे हैं।

पैक भोजन दिया जा रहा

कोरोना पॉजीटिव पीड़ित के लिए अस्पताल की ट्राली से कर्मचारी भोजन नही परोस रहे हैं। उसके लिए पैक भोजन यहां ड्यूटी देने वाले चिकित्सक या नर्स द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। इलाज में लगे, चिकित्सक, नर्स, सहयोगी भी इस दौरान पूरे प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। विशेष पर्सनल प्रोटक्शन इक्यूपमेंट पहनने के बाद ही वे अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

कोरोना पॉजिटिव पीड़ित को जिस विशेष वार्ड में रखा गया है, वह पूरी तरह से कोविड प्रूफ है। वार्ड पूरी तरह से निगरानी में है। सीसीटीवी से भी कोविड वार्ड की निगरानी की जा रही है। यहां आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर स्वास्थ्य अमले की नजर है। वार्ड में सिर्फ रोस्टर के अनुसार ड्यूटी के लिए तैनात चिकित्सक व कर्मचारी ही आना-जाना कर सकते हैं।

पॉजिटिव केस की ट्रैवल हिस्ट्री

हल्दीबाड़ी चिरमिरी निवासी सैलून संचालक बीते सात मई को अपनी पत्नी और बच्चे को लेने के लिए फतेहपुर, उत्तरप्रदेश गया था, आठ मई को वह वापस घर आ गया। उत्तरप्रदेश जाने के लिए वह विधिवत अथार्टी प्राप्त किया था। यहां से वापस आने के बाद वह एहतियात बरतते हुए होम क्वारंटाइन में न रहते हुए वह लोगों से मिलना-जुलना करते रहा।

13 मई को तबियत खराब होने पर चिकित्सक के संपर्क में आया, यहां बीमारी के लक्षण को देखते हुए शासन के प्रोटोकॉल अनुरूप स्वाब का सेम्पल लेकर रैपिड व आरटीपीसीआर जांच कराया गया, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव निकला और उसे तत्काल क्वारंटाइन किया गया। इसकी जानकारी कोरिया स्वास्थ्य प्रशासन और जिला प्रशासन को मिलने पर उसकी केस हिस्ट्री ली गई, इसके बाद हाइएलर्ट की स्थिति बन गई।

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