कॉमनवेल्थ गेम्स: भारत ने जीता पहला गोल्ड , मीराबाई चानू बनीं ‘गोल्डन क्वीन’

गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने अपनी पहली गोल्डन जीत दर्ज कर ली है. भारत को सुनहरी जीत दिलाने का कमाल महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने किया है. चानू ने 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में उम्मीद के मुताबिक परफॉर्म किया और भारत की झोली पहला गोल्ड मेडल डाला. मीराबाई ने महिलाओं की 48 किलोग्राम कैटेगरी में देश के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता है.

मीराबाई ऐसे बनी कॉमनवेल्थ की ‘गोल्डन क्वीन’

भारत की स्टार वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने शुरुआत से ही बाकी प्रतिद्वन्दियों पर अपना दबदबा बनाए रखा. कोई भी उनके दमखम के करीब भी नहीं फटक सका. मीराबाई ने स्नैच राउंड में पहले 81 किलो, फिर 84 किलो और उसके बाद आखिरी प्रयास में 86 किलो का भार उठाकर कॉमनवेल्थ गेम्स का नया रिकॉर्ड बनाया. तो वहीं क्लीन एंड जर्क राउंड में भी वो शुरू से ही दूसरी प्रतिद्वन्दियों पर हावी दिखीं. मीराबाई ने क्लीन एंड जर्क के अपने पहले प्रयास में 103 किलो का भार उठाकर कॉमनवेेल्थ खेलों का नया रिकॉर्ड बना दिया. क्लीन एंड जर्क के अपने दूसरे प्रयास में चानू ने 107 किलो भार उठाया तो वहीं आखिरी प्रयास में 110 किलो का भार उठाकर गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्डन क्वीन बनकर उभरी. मीराबाई चानू ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क मिलाकर कुल 196 किलो का भार उठाया, जो कि  कॉमनवेल्थ  गेम्स का नया  रिकॉर्ड है.

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प्रतिद्वन्दियों को छोड़ा पीछे

मीराबाई चानू की गोल्डन जीत और सिल्वर जीतने वाली मॉरीशस की मारिया हैनीटरा के बीच का फासला 26 किलो का रहा. मॉरीशस की मारिया ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क मिलाकर 170 किलो का भार उठाया. वहीं तीसरे नंबर पर श्रीलंका की दिनुशा गोम्स रहीं, जिन्होंने कुल 155 किलो का वजन उठाया.

 
 
 
 
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