सीएम ने घंटी बजाकर की स्कूल चलो अभियान की शुरूआत, कहा….

भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घंटी बजाकर स्कूल चलो अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने समन्वय भवन में स्कूली बच्चों के साथ बातचीत की। इस मौके पर ई-लर्निंग मॉड्यूल का लोकार्पण किया और बच्चों को स्मार्ट फोन, स्कूल बैग, शिक्षण सामग्री और लैपटॉप वितरित किया। सीएम ने कहा कि पढ़ाई अब काफी बदल गई है। हमने बच्चों के लिए ज्वायफुल लर्निंग शुरू की है। ताकि बच्चे आसानी से सीख सकें।सीएम ने घंटी बजाकर की स्कूल चलो अभियान की शुरूआत, कहा....

इस मौके पर ‘स्कूल चलें हम” अभियान-2018 के शुभारंभ में 5वीं कक्षा के दिव्यांग रामकृष्ण कान्हारे ने कहानी सुनाई, ये कहानी सबको काफी पसंद आई। मुख्यमंत्री ने खुश होकर रामकृष्ण को 25 हजार रुपये देने की घोषणा की।

उन्होंने बच्चों से अपने अपने मन में कोई भी झिझक ना रखें, डरें नहीं जो चीज़ बोलना चाहते हैं, बेबाक हो कर बोलें। इससे आपके आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी। उन्होंने ये भी कहा कि महान बनने का कोई नियम नहीं है, बस जो भी करना है। उसे बेहतर तरीके से करो। इसके साथ ही उन्होंने बच्चों को सदा सच बोलने की सीख दी।

जीवन के प्रत्येक पड़ाव पर महत्वपूर्ण है एकाग्रता
सीएम शिवराज ने कहा, “एकाग्रता केवल पढ़ाई में ही नहीं जीवन के प्रत्येक पड़ाव के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इसीलिए जो भी पढ़ें या करें पूर्ण एकाग्रता के साथ करें।” उन्होंने कहा, मेरे बच्चों जीवन में पढ़ाई के साथ खेलकूद भी जरूरी है। खूब मेहनत से पढ़ो और खेलो भी। जीवन में सफलता के लिए सिर्फ किताबी ज्ञान ही जरूरी नहीं है, बल्कि स्वस्थ शरीर भी जरूरी है।

झांसी की रानी की शहीदत से मिलती है देशभक्ति की प्रेरणा
झांसी की महारानी लक्ष्मी बाई ने अंग्रेजों से लड़ते हुए देश के लिए अपना बलिदान मात्र 23 वर्ष की आयु में दे दिया। 18 जून को उनका बलिदान दिवस है। पूरे देश को उनसे राष्ट्र भक्ति की प्रेरणा मिलती है।

कोई बच्चा स्कूल जाने से न रह जाए
सीएम ने कहा, “स्कूल चले हम अभियान केवल शिक्षकों, माता-पिता और अभिभावकों की ही ज़िम्मेदारी नहीं है। समाज के हर व्यक्ति को चाहिए कि अपने आस-पास किसी ऐसे बच्चे को देखें जो स्कूल नहीं जाता उसे समझा बुझा के स्कूल भेजें। कोई भी बच्चा बिना स्कूल जाए बिना ना रहने पाए।”

सदा सच बोलने की सीख
मुख्यमंत्री ने युधिष्ठिर के सत्यनिष्ठा और गांधी जी की कहानी बच्चों को सुना कर सत्य बोलने के लिए प्रेरित किया। कहा, जो सीखो, उसे खुद के जीवन में पहले उतारो। तभी हम एक अच्छा इंसान बन सकते हैं। बच्चों पढ़ते वक्त पूरे मन से पढ़ो। खेलते वक्त पूरे मन से खेलो। जो काम जब कर रहे हो उसको उस समय पूरे मन से करो। मन से किये गए काम का परिणाम सबसे बेहतर होता है।

दीपक जोशी ने कहा, सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले ही सरकार चलाते हैं

इस मौके पर प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री दीपक जोशी ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले ही सरकार चलाते हैं। मैं, मुख्यमंत्री जी और शिक्षामंत्री कुंवर शाह तीनों सरकारी स्कूलों में पढ़े हैं। इसलिए सबको सरकारी स्कूलों में ही बच्चों को पढ़ाना चाहिए।

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