CM ने दी चेतावनी: भोपाल शांति का टापू, किसी ने फिजा बिगाड़ी, तो कुचल देंगे

भोपाल। मंगलवार रात हमीदिया अस्पताल कैंपस में धर्मस्थल को लेकर हुआ विवाद शांत हो गया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपील की है कि, भोपालवासी किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। दोनों पक्षों की समझदारी से मामले को सुलझा लिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि, रमजान का पवित्र महीना चल रहा है। यह शहर शांति का टापू है, अगर किसी ने इसकी फिजा बिगाड़ने की कोशिश की, तो उसे कुचल दिया जाएगा।
CM ने दी चेतावनी: भोपाल शांति का टापू, किसी ने फिजा बिगाड़ी, तो कुचल देंगे
पढ़ें क्या था मामला…
-पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पुराने भोपाल क्षेत्र स्थित हमीदिया अस्पताल परिसर में भवन निर्माण के दौरान खुदाई में धार्मिक स्थल के अवशेष मिले थे। इस पर एक समुदाय ने अपना दावा किया लेकिन मंगलवार देर रात एक समुदाय विशेष के लोग पीरगेट इलाके में जमा हुए और पथराव करने लगे।

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-स्थानीय लोगों के अनुसार, बीते दो दिनों से तनाव के हालात बन रहे थे, लेकिन मंगलवार रात इस तनाव ने हिंसक रूप ले लिया। दोनों समुदाय के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव किया। दुकानों और सड़क किनारे खड़े कई वाहनों में तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी। पथराव में उपद्रवियों के साथ जवान भी घायल हुए। पुलिस के मुताबिक, हालात बिगड़ते देख रैपिड एक्शन फोर्स बुलाई गई थी। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस के गोले दागे और हवाई फायरिंग की।
 
-भोपाल क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक रमन सिंह सिकरवार ने बताया, “अब हालात सामान्य है। पुलिसबल की तैनाती की गई है। 12 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है जबकि अन्य की तलाश जारी है। पुलिस की कार्रवाई में किसी को नुकसान नहीं पहुंचा है।”
 
मंगलवार को हुआ था ये…
गौरतलब है कि मंगलवार रात हमीदिया अस्पताल कैंपस में धर्मस्थल से जुड़ा विवाद उग्र हो गया था। पीरगेट चौराहे पर बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए एक पक्ष के लोगों ने पथराव किया था। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोग भी लाठी-डंडे लेकर सड़क पर आ गए थे। मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची डायल-100 सहित अन्य गाड़ियों में लोगों ने तोड़फोड़ की। कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। उपद्रवियों को काबू में करने के लिए पुलिस ने हवाई फायर और आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे। देर रात तक कलेक्टर, डीआईजी पीरगेट पर डटे रहे। रात 12 बजे रैपिड एक्शन फोर्स के पहुंचने के बाद हालात काबू में किए गए।
 
-पीरगेट पर दो पक्ष आमने-सामने आए तो नियंत्रित करने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस भी कम पड़ गई थी। पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्ष एक-दूसरे को चुनौती देते रहे। अफसर जब एक पक्ष से बात करने आगे बढ़े तो हालात देखकर वे भी बीच में ही रुक गए। रैपिड एक्शन फोर्स के पहुंचने के बाद हालात काबू में आए।
 
-रात 10 बजे तो हालात इस कदर बिगड़ गए कि केबल स्टे ब्रिज से लेकर बुधवारा, इतवारा, पीरगेट, लखेरापुरा, इमामीगेट, कबाड़खाना तक हर गली में लोगों की भीड़ दिख रही थी। रेतघाट चौराहे से पीरगेट की तरफ वाहनों को आने की अनुमति नहीं थी। भोपाल टॉकीज की ओर से भी ट्रैफिक नहीं आने दिया जा रहा था। इसके बावजूद हजारों लोगों की भीड़ सड़क पर जुटी थी।
 
-हमीदिया कैंपस में मंगलवार रात दो गुटों के बीच हुआ विवाद बड़ा रूप ले सकता था। लेकिन, प्रशासन की मुस्तैदी और दोनों गुटों की समझदारी से बड़ी घटना टल गई। रात 8:30 बजे के बाद अचानक माहौल गरमाया और दोनों गुट आमने-सामने आए तो आला अफसर भी मौके पर पहुंचे। तब तक पथराव शुरू हो चुका था। अफसरों ने भीड़ को नियंत्रित किया और दोनों गुटों से बात की। समझाइश की पहल रंग लाई और बड़ी घटना होने से बच गई। रात 12 बजे कलेक्टर निशांत वरवड़े ने कहा- स्थिति काबू में है।
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