55 साल बाद चिल्हाटी-हल्दीबाड़ी रेल लिंक शुरू, PM मोदी-शेख हसीना ने की शुरुआत

नई दिल्ली। भारत और बांग्लादेश के बीच आज द्विपक्षीय वार्ता हो रही है। कोरोना काल में इस बार ये वार्ता वर्चुअली तरीके से हो रही है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना ने हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने बांग्लादेश को भरोसा दिया कि कोरोना काल में बांग्लादेश उनकी प्राथमिकताओं में है। साथ ही चिल्हाटी-हल्दीबाड़ी रेल लिंक की शुरुआत की गई, दोनों देशों ने कई MoU भी साइन किए हैं।

यहां अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देश लंबे वक्त से वर्चुअल माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े हैं, विजय दिवस के बाद हमारी मुलाकात काफी अहम है। पीएम मोदी ने कहा कि विजय दिवस के अवसर पर पूरे देश में मशाल ले जाई जाएगी. पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश के साथ संबंधों में मजबूती और गहराई लाना हमारी प्राथमिकता है।

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में भारत-बांग्लादेश का अच्छा सहयोग रहा है, वैक्सीन के काम में भी दोनों का सहयोग बना रहेगा. पीएम मोदी बोले कि दोनों देश कनेक्टविटी पर जोर दे रहे हैं, जो हमारी दोस्ती को दिखाता है, भारत हमेशा बंग बंधु का सम्मान करता है।

बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने अपने संबोधन में कहा कि दोनों देश विजय दिवस मना रहे हैं। बांग्लादेशी पीएम ने इस दौरान 1971 की जंग में शहीद हुए भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि दी, शेख हसीना ने इस दौरान जंग के वक्त उनके परिवार पर बीते मुश्किल वक्त को साझा किया।

शेख हसीना ने कहा कि कोरोना काल में दोनों देश और करीब आए हैं, दोनों देशों के लोगों के बीच में भी आपसी संबंध मजबूत हुआ है. दोनों देशों ने इस साल में कई कनेक्टविटी के नए काम शुरू किए हैं, भारत ने कोरोना काल का सामना किया है। भारत आने वाले समय में दुनिया की अर्थव्यवस्था में अहम रोल अदा करने वाला है।

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इस दौरान दोनों देशों की ओर से बंग बंधु के सम्मान में टिकट जारी किया गया। साथ ही महात्मा गांधी डिजिटल प्रदर्शनी की शुरुआत की गई। दोनों देशों के बीच होने वाली ये द्विपक्षीय वार्ता इसलिए भी खास है, क्योंकि इसमें ट्रांसपोर्ट और कनेक्टविटी पर जोर दिया जाना है। दोनों देशों ने चिल्हाटी-हल्दीबाड़ी के बीच रेल लिंक को फिर से शुरू किया, ये रेल लिंक भारत-पाकिस्तान के बीच हुई 1965 की लड़ाई के वक्त बंद किया गया था।

इस लिंक के शुरू होने से बांग्लादेश से असम, बंगाल के बीच कनेक्टविटी बेहतर हो सकती है। शुरुआत में इस लिंक का इस्तेमाल सामान लाने-जाने के लिए किया जाएगा, बाद में पैसेंजर सेवा शुरू हो सकती है।

 

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