चाणक्य नीति: ऐसे व्यक्ति को हराना होता हैं सबसे मुश्किल ही नहीं होता है नामुमकिन

आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में जीवन को दिशा दिखाने वाली नीतियों का वर्णन किया है। चाणक्य की नीतियां आप भी प्रासंगिक हैं। लोग इन्हें अपनाकर जीवन में आगे बढ़ने के साथ ही सफलता भी हासिल करते हैं। चाणक्य ने नीति शास्त्र में मित्रता, दुश्मनी, शादी-विवाह, धन, नौकरी और व्यापार आदि से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया है। इसके अलावा चाणक्य ने एक नीति में बताया है कि आखिर किस तरह के लोगों को हराना मुश्किल होता है। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति अपनी गलतियों के लिए अपने आप से ही लड़ता है, उसे कोई हरा नहीं सकता है।

चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति अपनी गलतियों पर दूसरों का सामना करने से पहले खुद का सामना करता है, ऐसे व्यक्ति कभी पराजित नहीं होते हैं। लेकिन ये बात भी काफी हद तक सच है कि व्यक्ति अपनी गलतियों को स्वीकार नहीं कर पाता है और उसका स्वयं से लड़ना काफी मुश्किल होता है। चाणक्य कहते हैं कि इस तरह का साहस बेहद कम लोग ही दिखा पाते हैं। लेकिन जो ऐसा साहस दिखाते हैं, उनकी विजय होती है।

दरअसल, लोग जीवन में कई तरह की गलतियां करते हैं। लेकिन उसे स्वीकार नहीं कर पाते हैं। लेकिन ऐसे भी लोग हैं जो गलती करते हैं और गलती पर दूसरों के टोकने की बजाए खुद को ही उसका सामना करते हैं। इस तरह के लोग सवालों से भरे होते हैं। यह गलती की वजह के साथ उसका हल खोजने में भी विश्वास रखते हैं।

ऐसे लोग अक्सर इस तरह के सवालों का जवाब खोजने में बिजी हो जाते हैं कि आखिर गलती कैसे हुई और क्यों हुई, इसका समाधान क्या है? आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ऐसे व्यक्ति को अपनी गलतियों के लिए खुद से लड़ता है, उसे पराजित करना असंभव होता है।

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