CBSE पेपर लीक मामला: 30 मिनट पहले ही दिल्ली के दो टीचरों ने तोड़ दी थी सील

CBSE पेपर लीक मामले में क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है. क्राइम ब्रांच ने रविवार को दिल्ली से तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है, जो पेपर लीक करने के मुख्य आरोपी बताए जा रहे हैं. क्राइम ब्रांच ने बताया कि गिरफ्तार तीनों मुख्य आरोपियों में दो दिल्ली के ही एक स्कूल के टीचर हैं, जबकि तीसरा आरोपी कोचिंग चलाता है.

दो तरीके से लीक हुआ था पेपर

क्राइम ब्रांच ने बताया कि सीबीएसई के पेपर दो तरीके से लीक हुए थे. एग्जाम से एक दिन पहले पहले हाथ से लिखे पेपर लीक हुए थे, जबकि एग्जाम से महज एक घंटे पहले प्रिंटेड फॉर्म में पेपर लीक हुए. क्राइम ब्रांच अभी इस बात की जांच कर रही है कि लीक हुए पहले पेपर किसने लिखे थे.

क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार मुख्य आरोपियों की पहचान ऋषभ और रोहित के रूप में की है, जो दिल्ली के ही एक प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं, जबकि तीसरे आरोपी की पहचान तौकीर के रूप में हुई है, जो आउटर दिल्ली में कोचिंग चलाता है.

आधा घंटा पहले ही खोल दी पेपर की सील

क्राइम ब्रांच के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी टीचर ने बताया कि लिफाफा बंद पेपर की सील सुबह 9:45 बजे खोलनी थी, जबकि उसने आधा घंटा पहले 9:15 बजे ही सील खोल दी. उसने मोबाइल से पेपर्स की तस्वीरें लीं और तौकीर को भेज दीं. इसके बाद तौकीर ने Whatsapp के जरिए पेपर्स को लीक कर दिया.

सिमी के आतंकी अबू फैजल और इकरार को उम्र कैद

CBSE हेडक्वार्टर पहुंची क्राइम ब्रांच

इससे पहले, शनिवार की रात क्राइम ब्रांच की टीम दिल्ली के प्रीत विहार स्थित सीबीएसई के मुख्यालय पहुंची और सीबीएसई की चेयरपर्सन अनीता करवाल सहित तमाम अधिकारियों से 3 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की.

इसके अलावा क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीमों ने दिल्ली के बवाना, नोएडा, गाजियाबाद और बहादुरगढ़ के पास छापे मारे. क्राइम ब्रांच की एक टीम हरियाणा में भी डेरा जमाए हुए है. अब तक सीबीएसई पेपर लीक के तार तीन राज्यों, दिल्ली, हरियाणा और झारखंड तक फैले मिले हैं.

Google की मदद से मिला व्हिसलब्लोअर

क्राइम ब्रांच ने बताया कि जिस व्यक्ति ने मेल भेज सीबीएसई को पेपर लीक होने की जानकारी दी थी, उस व्यक्ति को ढूंढ लिया गया है. गूगल से उस मेल के बारे में पूरी जानकारी मांगी गई थी, जिससे सीबीएसई को पेपर लीक की शिकायत मिली थी.

 

गूगल से पूछा गया था कि वह मेल कहां से जेनरेट हुआ और कहां से वह मेल किया गया, इसके संबंध में गूगल ने सारी जानकारी मुहैया कराई. पुलिस ने बताया कि इस शख्स का बेटा खुद 10वीं का छात्र है. इस व्यक्ति को भी यह पेपर परीक्षा से पहले Whatsapp पर मिल गया था. जिसके बाद इसने सीबीएसई के चेयरमैन की ईमेल आईडी chmn_cbse@nic.in पर  मेल कर पहली बार पेपर लीक के बारे में शिकायत की थी.

झारखंड-बिहार से 12 लोग गिरफ्तार

इस बीच झारखंड और बिहार से 12 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है, जिनमें 9 नाबालिग हैं. नाबालिगों को हजारीबाग के बाल सुधार गृह भेज दिया गया है. जबकि कोचिंग सेंटर के संचालक सहित तीन अन्य आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.

बताया जाता है कि CBSE के पेपर बिहार से लीक होकर झारखंड पहुंचा था और Whatsapp के जरिए ही भेजा गया था. चतारा के SP अखिलेश कुमार वारियर ने जांच के लिए एक स्पेशल टीम बनाई है जो राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में छापेमारी कर रही है. बता दें कि चतारा के जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल देवेश नारायण ने 28 मार्च को सबसे पहले इस संबंध में चतारा सदर थाना में शिकायत दर्ज कराई थी.

53 स्टूडेंट्स 7 टीचर्स, 6 Whatsapp ग्रुप मेंबर्स से पूछताछ

मीडिया के साथ की बातचीत में पुलिस ने बताया कि इस बारे में 53 छात्रों, 7 शिक्षकों और और 6 व्हाट्सअप ग्रुप के एडमिन और मेंबर्स से पूछताछ की गई. आउटर दिल्ली में क्राइम ब्रांच की कई टीमें ट्यूटर्स, कोचिंग सेंटर, एग्जाम सेंटर्स, और स्कूलों पर जाने के साथ-साथ उन छात्रों के घर भी जा कर पूछताछ की, जिन्होंने WhatsApp के माध्यम से यह पेपर रिसीव किए थे. इसके अलावा पुलिस ने 50 से ज़्यादा मोबाइल ज़ब्त किए हैं.

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला

वहीं सीबीएसई पेपर लीक मामले को लेकर केरल के रहने वाले एक दसवीं के छात्र ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. छात्र ने याचिका में सीबीएसई की ओर से दसवीं के गणित के पेपर को रद्द करने और दोबारा परीक्षा करवाने वाले फैसले को चुनौती दी है. बताया जा रहा है कि सोमवार को इस याचिका को चीफ जस्टिस के संज्ञान में लाया जा सकता है.

क्या है पूरा मामला

सीबीएसई की ओर से 12वीं बोर्ड के इकोनॉमिक्स और 10वीं बोर्ड के गणित का पेपर, लीक होने की वजह से रद्द कर दिया गया था. साथ ही परीक्षा दोबारा करवाने का फैसला किया, जिसमें इकोनॉमिक्स के पेपर के रि-एग्जाम की तारीख की घोषणा कर दी गई है. वहीं गणित के पेपर की तारीख आना बाकी है.

Back to top button