तुलसी के नीचे दीया जलाने से दूर हो जाती हैं घर से सारी दरिद्रता

गोरखपुर तुलसी की महिमा से कोई अनजान नहीं है। लेकिन क्या आपको पता है कि तुलसी के पौधे के नीचे दीया जलाने से घर से दरिद्रता दूर होती है। साथ ही मनुष्य जन्म-मरण के बंधनों से मुक्त हो जाता है।

भगवान की दया दृष्टि उसपर सदैव बनी रहती है। धन में वृद्धि होती है। पुण्य की प्राप्ति होती है। संतान की प्राप्ति होती है। इतने सारे पुण्य फल सिर्फ माता तुलसी के नीचे दीये को जलाने से श्रद्धालु को मिल सकती है।

प्रतिदिन शाम को तुसली के नीचे दीया जलाने से घर की दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मी घर में निवास करती हैं। तुलसी का पौधा न केवल औषधि है बल्कि इसमें धन की देवी लक्ष्मी का वास माना जाता है। लगभग सभी हिंदू घरों में लगे तुलसी के पौधे के नीचे दीया जलाया जाता है। शास्त्रों में तुलसी के नीचे दीया जलाने के लिए कुछ विधियां बताई गई हैं।

तुलसी पौधे के नीचे दीया जलाने के नियम
पंडित अवधेश मिश्रा के बताया कि यदि दीये को आसन देकर तुलसी के पौधे नीचे नहीं रखा जाए तो माता लक्ष्मी आसन ग्रहण नहीं करती। चावल माता लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है। इसलिए पूजन के समय दीये को चावल का आसन देने से घर में लक्ष्मी का निवास होता है।

उन्होंने बताया कि शास्त्रों के अनुसार तुलसी के पौधे के नीचे चावल का आसन बिछाकर उसपर घी अथवा तेल का दीये जलाने से धन लाभ होता है। साथ ही घर में दरिद्रता का कभी नहीं आती है। ऐसे में प्रति दिन शाम को तुसली के नीचे चावल का आसन बिछाकर ही उसपर दीये को रखकर जलाएं।

 

 

 

 

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