भूरे ही नहीं हरे बादाम भी हैं स्किन के लिए वरदान
मानसून में मौसम में बदलाव और अधिक नमी के कारण स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। इस समय बादाम खाना आपकी स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक हो सकता है। बादाम में विटामिन-ई, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो स्किन की समसायाओं को दूर करके, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और पूरे स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। हालांकि, यहां हम हरे बादाम की बात कर रहे हैं।
हरे बादाम कच्चे बादाम को कहते हैं, जिन्हें ठोस होकर भूरा होने से पहले ही पेड़ से तोड़ लिया जाता है। इसमें भूरे बादाम की तुलना में तीन गुना अधिक विटामिन-बी1 पाया जाता है। हरे बादाम भी विटामिन-ई और फाइबर सहित कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसमें पाए जाने वाले मिनरल्स हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। ये सेहत के लिए अच्छे और एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो आपको लंबे समय तक जवां बनाए रखने में सहायक होते हैं। कई लोगों को इसकी ऊपरी परत कड़वी लगती है, इसलिए इसे हटाकर खाया जा सकता है। तो आइए जानते हैं इन्हें खाने के फायदों के बारे में।
हरे बादाम खाने के फायदे
विटामिन-ई का स्रोत- हरा बादाम में उच्च मात्रा में विटामिन ई होता है, जो त्वचा को यूवी किरणों और प्रदूषण से बचाता है। यह त्वचा की नमी और लचीलेपन को बनाए रखने में मदद करता है।
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर- हरा बादाम शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है,जो फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड- इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड त्वचा की कोमलता और चमक को बनाए रखता है। साथ ही, सूजन और ड्राइनेस को कम करता है।
फाइबर का लाभ- हरे बादाम में फाइबर होता है जो पाचन को बेहतर बनाता है और शरीर को साफ करता है, जिससे शरीर और स्किन पर ताजगी बनी रहती है।
कोलेजन निर्माण- विटामिन ई और अन्य पोषक तत्व त्वचा में कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं, जिससे त्वचा की कसावट और लचीलापन बेहतर होता है।
त्वचा की मरम्मत- एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन-ई त्वचा की मरम्मत और नए सेल्स के निर्माण में सहायक होते हैं।
संतुलित हॉर्मोन- हरा बादाम के पोषक तत्व हॉर्मोनल संतुलन को बनाए रखते हैं, जो त्वचा के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
कैसे खाएं?
सुबह उठकर हरे बादाम को कच्चा या रातभर पानी में भिगोकर खाएं। इसे खाने से आपको एनर्जी भी मिलेगी और पोषण भी। साथ ही, प्रीमेच्योर एजिंग की समस्या से बचने में भी मदद मिलती है।