बीजेपी ने यूपी पंचायत चुनाव जीतने के लिए तैयार किया ये बड़ा प्लान, बड़ी ग्राम पंचायतों पर किया जाएगा….

 उत्तर प्रदेश में मिशन-2022 से पहले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जीतने को प्रतिष्ठा प्रश्न बनाकर तैयारी में जुटे भारतीय जनता पार्टी के नेता संवाद और संपर्क बढ़ाने के लिए गांवों में डेरा डालेंगे। जिला पंचायत सदस्य चुनाव में पार्टी सीधे मैदान में उतरेगी और फोकस बड़ी ग्राम पंचायतों पर किया जाएगा। पार्टी पदाधिकारियों को स्वयं चुनाव लड़ने की छूट रहेगी, लेकिन परिजनों को लड़ाने की मनाही होगी, ताकि आम कार्यकर्ताओं को मौका मिल सके। 

यूपी में होने वाले पंचायत चुनाव की जंग में प्रमुख दलों के साथ स्थानीय और छोटी पार्टियों द्वारा उतरने की तैयारी को देखते हुए चौकन्ने भाजपा नेतृत्व ने जिला पंचायत वार्ड से लेकर प्रदेश स्तर पर संयोजक व सह संयोजकों की तैनाती कर दी है। चुनाव में लगाए कार्यकर्ताओं के स्वयं लड़ने पर रोक है, जिससे प्रचार अभियान प्रभावित न हो सके।

वरिष्ठ नेताओं के कार्यक्रम तय : प्रदेश उपाध्यक्ष और पंचायत चुनाव प्रभारी विजय बहादुर पाठक का कहना है कि मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण कार्य जारी है। चुनाव प्रक्रिया से जुड़े कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। वरिष्ठ नेताओं के कार्यक्रम भी तय किए जा रहे हैं। तीन जनवरी को प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में पंचायत चुनाव पर चर्चा होगी और आगामी कार्ययोजना तय की जाएगी। विधानसभा क्षेत्रवार सम्मेलन भी प्रस्तावित हैं।

जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश : पंचायत चुनाव के लिए जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश के साथ अन्य दलों के संभावित प्रत्याशियों पर भी नजर रखने के निर्देश जिला पदाधिकारियों को दिए गए हैं। स्थानीय सामाजिक समीकरण का भी ध्यान रखने को कहा गया है। प्रत्येक क्षेत्र में प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री के साथ संगठन से एक पदाधिकारी भी लगाया गया है। इसमें पश्चिम क्षेत्र के लिए कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक व भाजपा प्रदेश मंत्री संजय राय, कानपुर-डा.महेंद्र सिंह व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह, बृज क्षेत्र-भूपेंद्र चौधरी व सुभाष यदुवंश, गोरखपुर- रमाशंकर पटेल व प्रकाशपाल, अवध क्षेत्र-मंत्री सूर्यप्रताप शाही व शंकर लाल लोधी तथा काशी क्षेत्र के लिए मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य व बाबूराम निषाद को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

 

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