बॉयज लॉकर रूम मामले को लेकर हुआ बड़ा खुलासा…मिला ये ठोस सबूत

इंस्टग्राम पर बनाए गए बॉयज लॉकर रूम मामले में नया खुलासा हुआ है। जांच में पता चला कि नोएडा के एक लड़के ने वह ग्रुप बनाया था। ये लड़का बालिग है और उसने अपने दोस्तों को इस ग्रुप में जोड़ा था। इसी ने दूसरे लड़के को ग्रुप एडमिन भी बनाया।

खास बात है कि ये लड़के अपने साथ पढ़ने वाली लड़कियों की फोटो ग्रुप में डालते थे। पुलिस ने जब ग्रुप के बालिग सदस्यों को पूछताछ के लिए बुलाया तो वह नहीं आए। मंगलवार को साइबर सेल की टीम ने पांच बालिगों को उनके घरों से हिरासत में ले लिया।

साइबर सेल के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुबूत आने के बाद जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। इस बात की जांच की जा रही है कि इन लड़कों के पास लड़कियों की अश्लील फोटो कैसे आईं। ग्रुप के एक सदस्य ने बायज लॉकर की बात उस लड़की को बताई जिसकी फोटो ग्रुप में शेयर की गई थी। इसी लड़के ने ही लड़की को ग्रुप के स्क्रीन शॉट भेजे थे।

इस लड़के का कहना है कि उसने ग्रुप में कोई चैट नहीं की। उसने कई दिन बाद ये ग्रुप देखा तो पता लगा। ग्रुप में आठ से नौ लड़के ही सक्रिय थे। इस लड़की ने और लड़कियों को बताया। लड़कियों ने सारी बातें ट्विटर पर शेयर कर दी। इसके बाद लड़कों ने ग्रुप डिलीट कर दिया।

हिंदुस्तानी भाऊ ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया था कि इन लड़कों को ढूंढो और पुलिस के हवाले कर दिया। इंडिया रेपर रफ्तार ने ट्वीट किया इस मामले को अब तूल मत दो, पुलिस सब संभाल लेगी। बताया जा रहा है कि इन लड़कों ने नया ग्रुप बनाया और स्क्रीन शॉट लीक करने वाले लड़के को धमकी दी। साथ में लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने की धमकी दी।

पुलिस अधिकारियों के कहना है कि ग्रुप के शुरू में जो स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे वह सही थे। अब सोशल मीडिया पर फेंक स्क्रीन शॉट वायरल हो रहे हैं। अब सोशल मीडिया में लड़कियों के खिलाफ भी उल्टा लिखा जाने लगा है। ये भी कहा जा रहा है कि इस मामले में दुश्मनी भी निकाली जा रही है।

साइबर सेल ने लिया था संज्ञान
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने इस मामले में मंगलवार दोपहर ढाई बजे संज्ञान ले लिया था और एफआईआर दर्ज कर ली थी। इस मामले में दिल्ली महिला आयोग ने शाम साढ़े चार बजे संज्ञान लिया था।

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