पंजाब के जालंधर में पकड़ा गया बड़ा रैकेट, आइपीएल मैच पर शुरू हुआ सट्टेबाजी का खेल

जालंधर। क्रिकेट के कुंभ इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के शुरू होते ही पंजाब के विभिन्‍न स्‍थानों पर सट्टेबाजी का खेल भी शुरू हो गया है। पुलिस ने भी सट्टबाजों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में पुलिस ने जालंधर में आइपीएल मैचों पर सट्टेबाजी के बड़े रैकेट को पकड़ा। पुलिस ने सट्टेबाजी का खेल चला रहे छह लोगों को दबोचा। राज्‍य के अन्‍य हिस्‍सों में भी पुलिस सट्टेबाजों की धर-पकड़ के लिए सक्रिय हाे गई है।पंजाब के जालंधर में पकड़ा गया बड़ा रैकेट, आइपीएल मैच पर शुरू हुआ सट्टेबाजी का खेल

जालंधर में पुलिस ने लाल रत्न सिनेमा के सामने मखदूमपुरा की गली में आइपीएल मैचों पर चल रहे सट्टे के खेल को पकड़ा। पुलिस ने यहां सट्टेबाजी कर रहे छह युवकों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए युवकों की पहचान निजात्म नगर निवासी अतुल, शेर सिंह कॉलोनी निवासी राजीव कुमार, मॉडल टाउन निवासी विकास खन्ना, गुरु नानक नगर निवासी कमल ढल्ल, बस्ती शेख निवासी सौरव नारंग और गौरव के रूप में हुई है।

युवकों से करीब 35 हजार की नकदी, 31 मोबाइल, दो एलसीडी व एक लैपटाप बरामद हुआ है। इसके अलावा एक एक्टिवा व एक एंडेवर कार भी बरामद हुई है। पुलिस ने उन पर धोखाधड़ी, गैंबलिंग व आइटी एक्ट के तहत थाना डिवीजन नंबर चार में मामला दर्ज किया है।

एडीसीपी मंदीप कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि मखदूमपुरा में आइपीएल के मैचों पर सट्टा लगाया जा रहा है। इस पर एडीसीपी सुडरविली, एसीपी समीर वर्मा, एसीपी सतिंदर चड्ढा की अगुआई में छह थानों की पुलिस ने छापामारी की। पुलिस ने जब रेड की तो दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस ने किसी तरह दरवाजा खुलवाया और अंदर से सारा सामान बरामद किया।

उन्‍होंने बताया कि पकड़े गए युवकों से जो मोबाइल मिले हैं, उनमें मैचों पर सट्टा लगाने वाले लोगों के नाम दर्ज हैं। सभी मोबाइल ट्रेस पर लगाए जाएंगे। जो लोग मैच पर सट्टा लगा रहे थे, उन्हें भी काबू किया जाएगा। एडीसीपी मंदीप ने कहा कि सट्टा लगाने का किंगपिन कौन है, पकड़े गए युवकों से पूछताछ के बाद ही यह साफ हो पाएगा।

देर रात तक थाना 4 में जमे रहे नेता 

पकड़े गए युवकों को छुड़वाने के लिए थाना चार में कई बड़े नेताओं का जमावड़ा लग गया। हर कोई अपने-अपने साथी को छुड़वाने के लिए जोर लगा रहा था। मामला तमाम पुलिस अधिकारियों की नजर में होने के चलते देर रात तक पुलिस किसी भी सिफारिशी की बात मानने को तैयार नहीं थी।

कई बुकी व सट्टेबाज भी पहुंचे थाने

थाने में नेताओं के साथ-साथ कई बड़े बुकी और सट्टेबाज भी पहुंच गए थे। सभी का प्रयास था कि किसी न किसी तरह युवकों को छुड़वाया जाए, ताकि इस कड़ी में और सट्टेबाज या मैच फिक्सर गिरफ्त में न आ जाएं।

 

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