बड़ी खबर: उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे तीरथ सिंह रावत, आज शाम 4 बजे लेंगे शपथ…

उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा कुछ ही देर में हो जाएगी। देहरादून में भाजपा कार्यालय पर विधायक दल की बैठक शुरू हो चुकी है, यहां विधायकों की राय के बाद नया नेता चुना जाएगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल, सांसद अजय भट्ट, राज्य मंत्री धन सिंह रावत और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के नाम चर्चाओं में चल रहे हैं। भाजपा के एक खेमे में गढ़वाल सांसद तीरथ रावत के नाम की भी चर्चा चल रही है। इसके अलावा, त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद अब मंत्रिमंडल के कुछ चेहरे बदलने की भी कयासबाजी शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि परफॉरमेंस नहीं दे पाने वाले मंत्री इसके दायरे में आएंगे। आपको बता दें कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था।

भाजपा कार्यालय में आयोजित विधानमंडल की बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, याशपाल आर्य, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत सहित केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, तीरथ सिंह रावत व नैनीताल सांसद अजय भ‌ट्ट मौजदू हैं। हालांकि, बैठक में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने दूरी बनाकर रखी हुई है। 

देहरादून में स्थित भाजपा कार्यालय में विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है। प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के नाम का फैसला बैठक में लिया जाएगा। केंद्रीय पर्यवेक्षक रमन सिंह सहित सांसदों व विधायकों की मौजूदगी में बैठक हो रही है।  

नैनीताल से सांसद अजय भट्ट ने मुख्यमंत्री के रेस में शामिल होने की बात पर कहा कि वह सीएम की दौड़ में शामिल नहीं है। पार्टी का जो भी निर्णय होगा, उन्हें मंजूर होगा। बता दें कि भट्ट भाजाप के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। हालांकि, भट्ट के समर्थकों का जमावड़ा भी कार्यालय में है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के कार्यकर्ता हैं और हाईकमान के आदेशों का पालन करेंगे। 

त्रिवेंद्र सिंह रावत भी भाजपा मुख्यालय पहुंच गए हैं। इस्तीफा देने की बात पर रावत कुछ भी कहने से बचे। रावत भी भाजपा विधायक मंडल की बैठक में शामिल हाेंगे। 

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्थित भाजपा मुख्यालय में गहमागहमी बढ़ गई है। भाजपा मंडल की मीटिंग के लिए अधिकतर विधायक कार्यालय पहुंच गए हैं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरबंश कपूर सहित, खजान दास, दिलीप रावत, मनोज कोली भी मौजूद हैं।

उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसका फैसला भाजपा प्रदेश कार्यालय में लिया जाएगा। बैठक शुरू होने से पहले सांसद, विधायक सहित पर्यवेक्षक भी कार्यालय पहुंच गए हैं। लेकिन अभी तक बैठक शुरू नहीं हुई है। पर्यवेक्षक रमन सिंह सहित भाजपा के सांसदों के पहुंचने के बाद कार्यालय का मेन गेट बंद कर  दिया गया है। 

अगर सीएम के रूप में कोई ब्राह्मण चेहरा आया तो ऐसे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत की कुर्सी जा सकती है। भाजपा गढ़वाल-कुमाऊं में सियासी समीकरण साधने के लिए यह तरीका अपना सकती है। अब तक गढ़वाल से ठाकुर सीएम त्रिवेंद्र रावत थे तो कुमाऊं से प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत। अब यदि मुख्यमंत्री कोई ब्राह्मण बनता है तो फिर कोई कुमाऊं का कोई ठाकुर नेता ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी संभालेगा। ऐसी दशा में बंशीधर भगत को मंत्रिमंडल की कुर्सी मिल सकती है, क्योंकि चुनावी साल में पार्टी उन्हें नाराज नहीं करना चाहेगी।

उत्तराखंड में मंगलवार को त्रिवेंद्र रावत के इस्तीफे के बाद नए सीएम के शपथ लेते ही नौकरशाही में बड़ा फेरबदल होगा। माना जा रहा है कि डीएम और पुलिस कप्तानों से लेकर शासन में नौकरशाही के पत्ते नए सिरे से फेटे जाएंगे। साइड लाइन अफसरों का पुनर्वास होगा तो कई के पर कतरे जाएंगे।

आज होने वाली बीजेपी विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए सभी पांच लोकसभा सांसद नैनीताल से अजय भट्ट, अलमोड़ा से अजय टम्टा, हरिद्वार से डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, गढ़वाल से तीरथ सिंह रावत और टिहरी से माला राज्यलक्ष्मी शाह देहरादून पहुंचे गए है।

मुख्यमंत्री पद से त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद अब, मंत्रिमंडल के कुछ चेहरे बदलने की भी कयासबाजी शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि परफॉरमेंस नहीं दे पाने वाले मंत्री इसके दायरे में आएंगे। फिलहाल ऐसे तीन मंत्रियों के नाम राजनीतिक गलियारों में तैर रहे हैं।

उत्तराखंड में चल रहे सियासी तूफान त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा के बाद खत्म हो गया है। उन्होंने बुधवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंपा। उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत भाजपा के अब तक के सबसे लंबे कार्यकाल के मुख्यमंत्री रहे हैं लेकिन वह चार साल तक भी सीएम की कुर्सी नहीं संभाल सके। उन्होंने तीन साल, 11 माह 21 दिन तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की कुर्सी संभाली।

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