बड़ी खबर: भारत में बैन हो सकते हैं ये स्मार्टफोन…

पिछले कुछ समय से लगातार भारत सरकार अलग अलग चीनी ऐप्स बैन कर रही है. TikTok और PUBG Mobile से लेकर सैकड़ों चीनी ऐप्स बैन कर दिए गए हैं. अब चीनी कंपनियों की बारी लग रही है. क्योंकि जो रिपोर्ट आ रही है उससे ऐसा लग रहा है कि जल्द ही चीन की बड़ी स्मार्टफोन कंपनी पर शिकंजा कसा जा सकता है.

चीनी कंपनी Huawei अमेरिका और कुछ दूसरे मुल्कों में पहले से ही बैन है. ये कंपनी भारत में टेलीकॉम से जुड़े इक्विपमेंट्स का बिजनेस बड़े पैमाने पर करती है. Huawei को अमेरिका पहले ही बैन कर चुका है. अब राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए भारत सरकार भी इसपर बैन लगा सकती है. न्यूज एजेंसी Reuters के हवाले से ये रिपोर्ट सामने आई है. 

रिपोर्ट्स के अनुसार भारत सरकार नई टेक्नोलॉजी बिजनेस को चीनी कंपनियां के पास नहीं जाने देना चाहती है. इसकी एक वजह भारत सरकार के प्रोग्राम आत्मनिर्भर भारत को बताया गया है. इसमें सरकार ज्यादा से ज्यादा भारतीय कंपनियों को बढ़ावा देना चाहती है. भारतीय टेलीकॉम डिपार्टमेंट के अनुसार 15 जून के बाद मोबाइल कैरियर कुछ टाइप के इक्विपमेंट सिर्फ सरकार के अप्रूव्ड ट्रस्टेड सोर्स से ही खरीद सकते है. सरकार इसके लिए एक ब्लैकलिस्ट तैयार कर रही है. इस ब्लैकलिस्ट में शामिल कंपनियों से इक्विपमेंट नहीं खरीदा जा सकता है. इसमें Huawei के शामिल होने की भी काफी संभावनाएं जताई जा रही है. 

एक अधिकारी ने कहा है कि हमलोग इकॉनोमी के ऊपर राष्ट्रीय सुरक्षा को नहीं रख सकते है. टेलीकॉम ऑपरेटर को इस बारे में अभी तक कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है. एक और अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि चीनी टेक कंपनी ZTE को भी इस ब्लैकलिस्ट में शामिल किया जा सकता है. 

Huawei या ZTE की ओर से अभी तक इस बात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. Huawei और ZTE पर काफी लंबे टाइम से आरोप लगता रहा है कि ये चीनी सरकार के लिए जासूसी करते है. इसके लिए वो अपने इक्विपमेंट में स्पाई सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर देते है. दोनों कंपनियां इन आरोपों से इनकार करती रही है. 

Reuters की एक पुरानी रिपोर्ट के अनुसार Huawei कन्फर्म किया है कि वो सिक्योरिटी इशू पर भारत के साथ बैकडोर डील करने के लिए तैयार है. रिपोर्ट के अनुसार भारत की दो बड़ी टेलीकॉम कंपनियां भारती एयरटेल और वोडाफोन-आईडिया Huawei के इक्विपमेंट का यूज करती है. 

Huawei पर बैन लगने से कीमतों में उछाल देखने को मिल सकता है. चीनी कंपनियां काफी कम कीमत पर इक्विपमेंट और नेटवर्क मेंटनेंस उपलब्ध करवाती है. जबिक यूरोपियन कंपनियां जैसे Ericsson और Nokia के इक्विपमेंट की कीमत ज्यादा होती है.
भारत-चीन सीमा पर हुए विवाद के बाद से भारत सरकार चीनी कंपनियां पर काफी सख्त रवैया अपना रही है. पिछले साल सरकार ने कई चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिए थे. इसमें TikTok और PUBG Mobile जैसे ऐप्स भी शामिल थे. 

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