बड़ी खबर: तीन तलाक पर मोदी सरकार के बिल को AIMPLB ने किया नामंजूर

तीन तलाक पर मोदी सरकार द्वारा तैयार किए गए विधेयक को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने नामंजूर कर दिया है। बोर्ड ने इसे संविधान विरोधी करार‌ दिया है।

लखनऊ के नदवा कॉलेज में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पदाधिकारियों की हुई बैठक में इस बिल के प्रारूप पर चर्चा हुई। जिसके बाद बोर्ड के सचिव जफरयाब जिलानी ने कहा कि इस बिल में रखे गए प्रावधान अजीबोगरीब है। यह किसी भी हाल में स्वीकार करने लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि शरिया में पहले ही तीन तलाक को अवैध ठहराया गया है।

वहीं, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक के बाद यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि इसका कितना भी विरोध हो लेकिन सरकार इस मसले पर पीछे हटने वाली नहीं है। मुस्लिम महिलाओं ने तीन तलाक के खिलाफ भाजपा को समर्थन दिया है। हम मुस्लिम महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं और खड़े रहेंगे।

बोर्ड के लिए ये मुद्दा कितना अहम है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जैसे ही इस बिल का ड्राफ्ट मिला आनन-फानन में बैठक बुलाई गई। बोर्ड में 51 सदस्य हैं सभी पहुंच भी नहीं पाए थे।

मामले पर मुस्लिम धर्मगुरू साजिद रशीदी ने भाजपा पर तीन तलाक के जरिए 2019 के लोकसभा चुनाव में लाभ लेने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये मजहबी मामला है सरकार को इस पर मुस्लिम संगठनों से बात करनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया। जो कि दिखाता है कि इसके पीछे उनकी मंशा ठीक नहीं है। भाजपा एंटी मुस्लिम- एंटी इस्लामिक है।

मौलाना राबे हसन नदवी की अध्यक्षता में हुई बैठक में हैदराबाद के सांसद व ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी व बोर्ड के कार्यकारी सदस्य ईदगाह इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली भी मौजूद थे।

 
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