ऑस्ट्रेलियाई के इस दिग्गज खिलाड़ी ने BCCI को बताया सबसे बड़ा ‘मतलबी’

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी और राष्ट्रीय चयनकर्ता मार्क वॉ ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के डे-नाइट टेस्ट खेलने से इनकार पर भारत को ‘मतलबी’ बताया है। उन्होंने कहा है कि इस मामले में भारत ने थोड़ा मतलबी व्यवहार किया क्योंकि सभी की कोशिश टेस्ट क्रिकेट को फिर से चर्चीत व लोकप्रीय बनाने की है।ऑस्ट्रेलियाई के इस दिग्गज खिलाड़ी ने BCCI को बताया सबसे बड़ा 'मतलबी'
 
दरअसल, मार्क वॉ ने ‘बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफास्ट रेडियो’ से बुधवार को एक इंटरव्यू में कहा, ‘भारत के लिहाज से यह व्यवहार उनका थोड़ा मतलबी था क्योंकि हमें टेस्ट क्रिकेट को पुनर्जीवित करना है। कुछ देशों में डे-नाइट टेस्ट क्रिकेट वह आवश्यक हिस्सा हो सकता है जो टेस्ट मैचों को दोबारा वहां पहुंचा दे जहां इसे होना चाहिए।’

उन्होंने आगे कहा, ‘टीम इंडिया डे-नाइट टेस्ट के हिसाब से काफी अच्छी है। उनके पास तेज गेंदबाज हैं। इसलिए वे केवल स्पिन गेंदबाजी पर निर्भर नहीं हैं और उनके बल्लेबाज भी तकनीक के तौर पर काफी मजबूत हैं। इसलिए खेल की रोचकता के लिहाज से मुझे वह डे-नाइट टेस्ट देखना ज्यादा अच्छा लगता।’

गौरतलब है कि हाल ही में कि ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर और राष्ट्रीय चयनकर्ता मार्क वॉ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके पीछे का कारण उनका टीवी कमेंटेटर बनना बताया जा रहा है। वॉ का कमेंट्री करार 31 अगस्त को खत्म हो गया था, जिसका नवीनीकरण उन्होंने नहीं कराया। हालंकि, वह आगामी इंग्लैंड और जिम्बाब्वे दौरे के लिए वह पैनल में बने रहेंगे।

मालूम हो कि इस साल के आखिर में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है। ऐसे में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट सीरीज के पहले मैच को डे-नाइट कराने की योजना बनाई थी। हालांकि, बीसीसीआई ने इससे साफ इनकार कर दिया। 

दरअसल, फिलहाल टेस्ट खेलने वाले देशों में केवल भारत, बांग्लादेश और आयरलैंड ही ऐसी टीमें हैं जिन्होंने कभी डे-नाइट टेस्ट मैच नहीं खेला है। जिम्बाब्वे ने भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट खेला है लेकिन वह चार दिनों का मैच था।

याद हो कि इससे पहले क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) चाहता था कि चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत एडीलेड ओवल में 6-10 दिसंबर खेले जाने वाला पहला मैच डे-नाइट हो और इसके लिए वह बीसीसीआई को मनाने की लगातार कोशिश किया था। बता दें कि कि एडीलेड ओवल ने हाल के वर्षों में न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ दिन-रात टेस्ट की मेजबानी की थी।

वही, इस मामले में भारतीय टीम प्रबंधन और प्रशासकों की समिति (सीओए) के साथ मुख्य कोच रवि शास्त्री की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी को कहा गया था कि वह क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के मुख्य कार्यकारी जेम्स सदरलैंड को संदेश भेजें कि भारतीय टीम को दिन-रात्रि टेस्ट के लिए तैयार होने में कम से कम 18 महीने लगेंगे।
 
 
 

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