डायबिटीज मरीजों के लिए औषधि से कम नहीं है केले के पत्ते…

डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है, जो एक बार हो जाए, तो ताउम्र साथ रहती है। इस बीमारी में रक्त में शर्करा स्तर बढ़ जाता है अथवा बढ़ने लगता है। लापरवाही बरतने पर यह बीमारी खतरनाक साबित हो सकती है। इस बीमारी में बल्ड शुगर को कंट्रोल में रखना मुश्किल काम होता है। इसके लिए मरीजों को खानपान और दिनचर्या पर पैनी नजर रखनी चाहिए। साथ ही नियमित रुप से दवा का सेवन करना चाहिए। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो आप केले के पत्ते का सेवन कर सकते हैं। इसके सेवन से ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। एक शोध में खुलासा हुआ है कि केले का पत्ते डायबिटीज में बल्ड शुगर को कंट्रोल करने में फायदेमंद साबित हो सकता है। आइए जानते हैं-

केला भारत सहित कैरेबियन देशों में पाया जाता है। आज भी भारत में लोग केले के पत्ते पर भोजन ग्रहण करते हैं। इसकी खेती उष्णकटिबंधीय जलवायु में अधिक की जाती है। दुबले-पतले लोगों के लिए केला किसी दवा से कम नहीं है। इसके सेवन से वजन बढ़ता है और शरीर में उर्जा का संचार होता है। केले के फूल और पत्ते भी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। सेहत की दृष्टिकोण से केला बहुत फायदेमंद फल है। इसके सेवन से डायबिटीज रोग में आराम मिलता है।

 पर छपी एक शोध में केले के पत्ते के फायदे को बताया गया है। इस शोध में केले के पत्ते को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर सुखाया गया। इसके बाद से अच्छी तरह से पीसकर पाउडर (चूर्ण) बनाया गया। इसके बाद पाउडर को Sucralose (यह एक प्रकार का नमक है)  और पानी के साथ मिक्स किया गया। यह मिश्रण डायबिटीज के मरीजों को पीने की सलाह दी गई। वहीं, पानी के बदले में चाय अथवा कॉफी के साथ भी लेने की अनुमति दी गई। डायबिटीज के मरीजों ने इसका सेवन किया। इससे ब्लड शुगर में सुधार हुआ। इस मिश्रण को डायबिटीज के मरीज डॉक्टरीय सलाह के बाद ले सकते हैं।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें

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