इस देश में लड़कियों के इन कपड़ो को पहनने पर लगी पाबंदी और पुरुषों के लिए…

पूर्वी एशियाई देश कंबोडिया एक अजीबोगरीब नियम बनाने जा रहा. कंबोडिया की संसद जल्द ही लड़कियों के शॉर्ट स्कर्ट पहनने और पुरुषों के शर्टलेस होने पर बैन लगाने जा रही है. इस संबंध में संसद में एक प्रस्ताव पेश किया गया है जिसमें कहा गया है कि ऐसे कपड़े पहनना समाज में यौन हिंसा को बढ़ावा दे रहा है. इस प्रस्ताव को काफी सांसदों का समर्थन हासिल है और ऐसा माना जा रहा है कि ये पास होकर जल्द कानून बन सकता है.

अगर यह प्रस्ताव संसद में पारित हो जाता है तो ये कानून बन जाएगा और स्थानीय पुलिस को ऐसे कपड़े पहनने वालों पर कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार दे दिया जाएगा. इस प्रस्ताव को कंबोडिया के कई सरकारी मंत्रालयों और राष्ट्रीय संसद से अनुमोदन मिल जाने की पूरी संभावना है. इसके बाद अगर कोई पुरुष सार्वजनिक स्थानों पर शर्टलेस दिखाई दिया या कोई महिला/लड़की शॉर्ट स्कर्ट में दिखाई दी तो उनपर भारी जुर्माना लगाया जाएगा. कानून के बार-बार उल्लंघन पर जेल की सजा भी तय की जाएगी.

हो रही है आलोचना
कंबोडिया में महिला अधिकारों के लिए काम करने वाली महिलाओं ने इस कानून को रूढ़िवादी बताया है. उन्होंने कहा कि इस कानून के जरिए रूढ़िवादी लोग अपना एजेंडा चलाना चाहते हैं और महिलाओं पर नियंत्रण के लिए इस कानून का दुरूपयोग किया जा सकता है. इस कानून में भले ही स्कर्ट का जिक्र किया गया है लेकिन ये इस तरह के अन्य कपड़ों पर भी लागू होगा और पुलिस तय करेगी की पहना हुआ कपड़ा संस्कृति के हिसाब से अभद्र की श्रेणी में आएगा या नहीं.
कंबोडियन सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स चैरिटी के कार्यकारी निदेशक चक सोपे ने कहा कि हाल के महीनों में कंबोडियाई सरकार में शामिल कई लोगों ने महिलाओं के कपड़ों को लेकर कई विवादित बयान दिए हैं. वहीं, सरकार ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा के लिए उनके कपड़ों को जिम्मेदार ठहराया है. 2020 के शुरुआत में कंबोडिया में एक महिला को फेसबुक लाइव स्ट्रीम पर कपड़े और सौंदर्य प्रसाधन बेचने के दौरान छोटे कपड़े पहनने के आरोप में सजा सुनाई गई थी. अधिकारियों ने उसे समाज में अश्लीलता फैलाने के दोष में 6 महीनों के लिए जेल भेज दिया था. महिला की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद प्रधानमंत्री हुन सेन ने अधिकारियों को उत्तेजक कपड़ों की ब्रिक्री करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया था.

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