बदहाल पाक ने ‘मित्र देशों’ से मांगी मदद, कहा- अब शायद आईएमएफ न जाना पड़े

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का कहना है कि अगर ‘मित्र देशों’ से उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलती है तो शायद वह ऋण के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से संपर्क नहीं करें। इमरान का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब आर्थिक बदहाली की मार झेल रहे पाकिस्तान ने कुछ दिन पहले ही ऋण के लिए आईएमएफ से औपचारिक रूप से संपर्क किया है। बदहाल पाक ने 'मित्र देशों' से मांगी मदद, कहा- अब शायद आईएमएफ न जाना पड़े

बता दें कि पाकिस्तान ने आईएमएफ से 8 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज मांगा है। वरिष्ठ संपादकों के एक प्रतिनिधिमंडल से बुधवार को बात करते हुए इमरान खान ने कहा, ‘सरकार अपने कुछ मित्र देशों के संपर्क में है। हमने इन देशों से अपने विदेशी मुद्रा भंडार के घटने के बारे में बताया है ताकि वे हमारी मदद कर सकें।’ 

इस बीच इमरान ने भरोसे भरे लहजे में कहा, ‘उनकी प्रतिक्रिया सकारात्मक है। मुझे आशा है कि शायद हमें अपनी आर्थिक जरूरतों के लिए आईएमएफ न जाना पड़े।’ हालांकि इस दौरान उन्होंने किसी भी देश का नाम नहीं लिया। जबकि पाकिस्तान की मीडिया ने कहा कि इमरान सरकार चीन और सऊदी अरब के संपर्क में है।

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