एटीएस-खुफिया विभाग और पुलिस ने आतंकी शफीक की फंडिंग की जांच कर दी शुरू, पढ़े पूरी खबर

अलीगंज नया हनुमान मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर और आरएसएस कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी भरा पत्र भेजने के मामले में गिरफ्तार दिल्ली के शफीक के अनाप-शनाप खर्चे थें। उसे फंडिंग कहां से होती थी कौन करता था। एटीएस-खुफिया विभाग और पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। वह लोगों, महिलाओं और लड़िकयों से मिलता था। मतांतरण के लिए उनका ब्रेन वाश करता था। जांच में कुछ लोगों को रुपये देने की बात सामने आयी है। पुलिस सभी बिंदुओं की पड़ताल कर रही है।

दिखावे के लिए खोल रखा था फर्नीचर शोरूम, लंबे से समय वह बंद था: एडीसीपी प्राची सिंह ने बताया कि बीकेटी में शफीक ने फर्नीचर शोरूम खोल रखा था। शोरूम भी लंबे समय से बंद था। उसका यही कमाई का जरिया था, लेकिन उसके खर्चे बहुत थे। वह मदरसों और मस्जिदों में जाता वहां सभाएं भी करता था। लोगों पर खूब रुपये खर्च करता था।

दिल्ली वाला घर बेचने की बात कही वह भी गलत निकली: एडीसीपी ने बताया कि पूछताछ में शफीक ने बताया था कि उसने घर खर्च चलाने के लिए दिल्ली के सलीमपुर ई-16 बी-के ब्लाक अखाड़ा स्थित मकान उसने बेच दिया था। पर पड़ताल की गई तो पता चला कि उसके द्वारा बताया गया यह तथ्य झूठा था। एडीसीपी ने बताया कि शफीक का मोबाइल फोरेंसिक सांइस लैब जांच के लिए भेजा गया है। वहां से डाटा रिकवर होने पर और तथ्यों की भी जानकारी हो सकेगी।

धमकी भरे पत्र की फोटो कापी हुई बरामद: बता दें कि पुलिस ने आरोपित शकील के पास से मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी भरे पत्र की फोटो कापी भी बरामद हुई है। जिसमें वही सारे तथ्य हैं जो मंदिर को मिले पत्र में थे। रिजस्ट्री की रसीद व अन्य चीजें भी पुलिस ने बरामद की है। शकील ने इस पत्र को त्रिवेणीनगर स्थित पोस्ट आफिस से अलीगंज नया हनुमान मंदिर के पते पर पोस्ट किया था। आरोपित के लखनऊ में नेटवर्क भी खंगाले जा रहे हैं। पूछताछ में कई अहम बातें सामने आ सकती हैं।

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