आर्यानंदा ने पहना जीत का ताज, ‘सा रे गा मा पा’ की बनी सिंगिंग चैंपियन

सारेगामापा का एक और सीजन खत्म हो चुका है और हम टीवी की दुनिया को उनकी नई सिंगिंग चैंपियन मिल गई हैं. सारेगामापा 2020 की ट्रॉफी को केरल से आईं नन्हीं आर्या नंदा बाबू ने जीत लिया है. हम बता रहे हैं आर्या नंदा के बारे में कुछ अनजानी बातें.

आर्या नंदा बाबू केरल के कैलीकट की रहने वाली हैं. आर्यानंदा सारेगामा शो की चैंपियन भले ही बन गई हों लेकिन उन्हें हिंदी समझ में नहीं आती हैं. इस बात का खुलासा उन्होंने खुद शो पर किया था.

आर्या नंदा ने फिनाले की परफॉरमेंस से पहले अपने जर्नी एपिसोड में बताया था कि जब वे ऑडिशन के लिए आई थी तब जज अल्का याग्निक और अन्य लोगों की बातें उन्हें समझ नहीं आ रही थीं. इसका कारण था लोगों का उनसे हिंदी में बात करना और आर्यानंदा को हिंदी ना आना.

आर्या नंदा की उम्र 12 साल है और वे अपने माता-पिता के साथ केरल में रहती हैं. उनकी इस अचीवमेंट से उनके पेरेंट्स बेहद खुश हैं. हिंदी ना आने के बावजूद आर्यानंदा ने अपनी सुरों से सारेगामापा के मंच पर जज अल्का याग्निक, जावेद अली और हिमेश रेशमिया का तो दिल जीता ही साथ ही शो पर आने वाली मेहमानों के दिलों में भी जगह बना ली.

आर्या नंदा बताती हैं कि उनके लिए सबसे खास पल शो में तब थे जब उन्होंने सत्यम शिवम सुन्दरम गाना गाया था और जज अल्का याग्निक ने उन्हें खुशी से गले लगा लिया था.

शो पर हिमेश रेशमिया ने आर्या नंदा बाबू को डीवाइन चाइल्ड का नाम दिया था. वो कहते थे कि आर्या नंदा अपनी सिंगिंग से पूरे वातावरण को डीवाइन एनर्जी में बदल देती हैं. सारेगामापा 2020 का मंच आर्यानंदा की जिंदगी का सबसे बड़ा मौका था. इस शो को जीतने के बाद वे बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बनने को तैयार हो गई हैं.

अपनी जीत से बेहद उत्साहित आर्या नंदा बाबू ने एक इंटरव्यू में कहा, “ईमानदारी से कहूं तो मेरा सपना सच हो गया है. सारेगामापा लिटिल चैंप्स का यह सफर मेरे लिए सीखने का एक बढ़िया अनुभव रहा. मैं सभी मेंटर्स और जजों की आभारी हूं, जिन्होंने हमेशा मुझे सपोर्ट किया और एक सिंगर के रूप में अपनी काबिलियत पहचानने में मेरी मदद की.

जहां मेरा यह यादगार सफर अब खत्म हो रहा है, वहीं मैं उन दोस्तों की अनमोल यादें अपने साथ लेकर जाऊंगी, जो मैंने इस दौरान बनाए हैं, और उस ज्ञान को, जो मैंने सीखा है और सबसे जरूरी वो रिश्ते, जो जिंदगी भर के लिए जजों और ज्यूरी सदस्यों के साथ बन गए हैं. मुझे बेहद खुशी है कि मुझे अपना टैलेंट दिखाने का यह अवसर मिला और मैं सारेगामापा लिटिल चैंप्स और जी टीवी की आभारी हूं कि उन्होंने मुझे यह अवसर दिया.”

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