Air Force Day 2020: भारत के आसमान में गरजा राफेल, अपाचे और एम-35 ने भी कराया अपनी ताकत का एहसास

नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए एक बहुत ही खास दिन हैं। वायुसेना आज गुरुवार को अपना गौरवशाली 88 वां स्थापना दिवस मना रही है। इस स्थापना दिवस को वायु सेना दिवस के रूप में भी जाना जाता है। चीन के साथ पिछले छह महीने से चले आ रहे सीमा विवाद के बीच आर भारतीय वायुसेना अपना स्थापना दिवस मनाने जा रही है। इस अवसर पर वायुसेना आसमान में राफेल सहित दूसरे फाइटर जेट से उड़ान भर दुश्मन देश को अपनी ताकत का एहसास कराएंगे। भारतीय वायु सेना का गठन आजादी से 15 साल पहले 8 अक्टूबर, 1932 को हुआ था।

स्थापना दिवस के अवसर पर आज गाजियाबाद स्थित हिंडन एयर बेस पर इस साल की परेड का इंतजाम किया गया है। बता दें कि भारतीय वायुसेना में 10 सितंबर को औपचारिक रूप से शामिल होने वाला लड़ाकू विमान राफेल भी आज अपने करतब दिखाएगा। आज हर किसी की नजर सिर्फ राफेल पर ही टिकेगी।

आपको बता दें कि भारतीय सेना दुनिया की सबसे पुरानी वायुसेना की लिस्ट में भी गिनी जाती है। समय बीतने के साथ साथ भारतीय वायुसेना ने अपने आपको को बहुत मजबूत बनाया है। भारतीय सेना की ताकत का बदला रूप इस बात से ही अंदाजा लागाय जा सकता है कि सेना अब अपने दुश्मन देश चाहे पाकिस्तान हो या फिर चीन किसी को भी करारा जवाब देने की हिम्मत रखती है। भारतीय वायुसेना को आजादी से पहले रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था। 1950 के बाद इसमें से रॉयल शब्द हटाकर इंडियन एयर फोर्स कर दिया गया।

8 अक्टूबर, 1932 को आईएएफ जो भारतीय सशस्त्र बलों की वायु शाखा है को रॉयल इंडियन एयर फ़ोर्स के रूप में बनाया गया था। ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता के बाद आगे लगे जाने वाले उपसर्ग ’रॉयल’ को समाप्त कर दिया गया था। इसका प्राथमिक मिशन भारतीय हवाई क्षेत्र को सुरक्षित करना और सशस्त्र संघर्ष के दौरान हवाई युद्ध करना है। यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है।

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