मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलनकारियों ने पुलिस पर किया पथराव, पेट्रोल पंप पर लगाई आग

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। मराठवाड़ा के परभणी, हिंगोली और नांदेड़ जिलों में तोड़फोड़ और हिंसा की घटनाए हुईं। आंदोलनकारियों ने परभणी में दो पेट्रोल पंप में तोड़फोड़ की और चक्काजाम कर दिया। इतना ही नहीं उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव भी किया। जिसमें 13 पुलिसकर्मी घायल हो गए। भीड़ को भगाने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी।

वहीं नांदेड़ के पिंपलगांव में प्रह्लाद कल्याणकर ने फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां भीड़ ने एंबुलेंस और सरकारी बसों को आग के हवाले कर दिया। इन सभी घटनाओं के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस ने मामले को जल्द सुलझाने के लिए विधानसभा में सर्वदलीय बैठक बुलाने की बात कही है। उन्होंने आंदोलनकारियों से शांति बनाए रखने और पुलिस पर पथराव ना करने की अपील भी की है।

विपक्षी दलों ने मराठा आरक्षण आंदोलन का समर्थन किया है। सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने सरकार से जल्द ही इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कहा है। राज्य में भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने मुख्यमंत्री के रवैये की निंदा की है। उसका कहना है कि इस मसले को सुलझाने के लिए ग्रामीण विकास राज्य मंत्री पंकजा मुंडे को एक घंटे के लिए मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।

मुंडे ने बीड जिले में आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा था कि यदि आरक्षण वाली फाइल उनके पास आई होती तो वह आरक्षण देने में एक मिनट भी नहीं लगातीं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कोल्हापुर में धरना दे रहे आंदोलनकारियों से मुलाकात की। पवार पहली बार मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों के मंच पर पहुंचे। वह पहले ही आंदोलनकारियों को अपनी पार्टी का समर्थन देने की बात कह चुके हैं।

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