रिहाई के बाद हाफिज ने काटा केक, मनाया जश्न

हाफिज सईद को आखिरकार पाकिस्तान ने रिहा कर दिया. बाहर निकलते ही आतंकी सरगना हाफिज सईद ने भारत पर कई आरोप लगाए और कश्मीर को लेकर धमकी दी. हाफिज सईद ने ट्विटर हैंडल @jamatudDawaPak के जरिए वीडियो संदेश दिया.हाफिज

केक काटकर अपनी रिहाई का जश्न मनाने के बाद हाफिज सईद ने कहा कि भारत ने मुझपर हमेशा दहशतगर्दी के आरोप लगाए. हाफिज सईद ने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले से यह बात साबित हो गई कि भारत के सारे प्रोपेगेंडे झूठ पर आधारित थे. हाफिज सईद ने यह भी कहा कि इस्लाम के विरोधी भारत के साथ खड़े होते हैं. हाफिज ने कहा कि वह कश्मीर का केस लड़ रहा है. कश्मीर से जुड़े प्रोग्राम का ऐलान करने की वजह से मुझे कैद किया गया. भारत ने अमेरिका के साथ मिलकर दबाव डलवाया था. लेकिन कश्मीर की जंग हम लड़ते रहेंगे. कश्मीर को भारत से आजाद करने के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगे.

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आपको बता दें कि आतंकी हाफिज सईद ने तो अपनी रिहाई का जश्न पिछले महीने ही मना लिया था. जब उसके चार साथी लाहौर हाई कोर्ट ने रिहा कर दिए थे. हाफिज सईद का भी रास्ता साफ था. एक महीने में उसे भी बाहर निकालने का पहले ही बंदोबस्त हो चुका था.

इससे पहले हाफिज सईद के वकील ने आजतक को बताया कि पाकिस्तान की सरकार ने कोई सबूत ही पेश नहीं किए. भारत ने हाफिज सईद के खिलाफ जो सबूत पाकिस्तान को दिए थे, उन्हें देखा तक नहीं गया.

अमेरिका की एफबीआई ने मुंबई हमले के केस में जो अपनी जांच की थी, वो भी कोर्ट में नहीं दी गई. 2008 में ही यही हुआ था, जब मुंबई हमले के बाद हाफिज पकड़ा गया था, तब भी उसे छोड़ दिया गया था.

दोबारा हो सकती है नजरबंदी

अमेरिका के दबाव में पाकिस्तान सरकार हाफिज सईद पर अपने नए मामले दर्ज कर सकता है. खबर है कि पाक सरकार हाफिज की रिहाई के बारे में हाईकोर्ट के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट में समीक्षा याचिका भी दायर कर सकती है. गौरतलब है कि अमेरिका इस बात के लिए पाकिस्तान पर दबाव बना रहा है कि वह आतंकियों पर बेहतर अंकुश लगाए. करीब 10 महीने की नजरबंदी के बाद हाफिज सईद को लाहौर हाईकोर्ट के आदेश के बाद रिहा कर दिया गया है. . अंतरराष्ट्रीय आतंकी हाफिज सईद पर अमेरिका ने 1 करोड़ डॉलर का इनाम रखा है. हाफिज सईद की रिहाई के बाद जमात-उद-दावा से जुड़े कई नेताओं ने उससे मुलाकात की.

सईद सहित चार अन्य को उसकी पार्टी और राजनीतिक सहयोगियों के गुस्से और हंगामे के बीच 30 जनवरी को नजरबंद किया गया था. सईद को 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद भी नजरबंद किया गया था, लेकिन 2009 में अदालत ने उसे रिहा कर दिया था.

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