फगवाड़ा: आधी रात हिंदू व दलित संगठन में भिड़ंत के बाद तनाव, हुआ बाजार बंद

फगवाड़ा। शहर के मुख्य बस स्टैंड के पास हाईवे पर देर रात बवाल हो गया और दलित व हिंदू संगठनों सदस्‍यों में भिड़ंत हो गई। दाेनों पक्षों के लोगों ने जमकर पथराव किया और इस दौरान गोलियां भी चलीं। इससे पूरे क्षेत्र में अफरा‍तफरी मच गई। पूरे क्षेत्र में शनिवार सुबह भी तनाव है और पुलिस हालात पर नजर रख रही है। शहर में बाजार बंद हैं और भारी पुलिस बल तैनात है। विवाद हाइवे स्थित गोल चौक पर दलित संगठनों द्वारा शुक्रवार रात करीब सवा आठ बजे बाबा साहब डॉ. भीम राव अंबेडकर की तस्वीर लगा संविधान चौक नाम का बोर्ड लगाने के बाद शुरू हुआ। 

दलित संगठनों ने चौक पर लगाया संविधान चौक का बोर्ड तो भड़के हिंदू संगठन,पुलिस छावनी बना शहर

बोर्ड लगाए जाने की सूचना मिलते ही हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि वहां एकत्रित होने लगे। रात 11 बजे दोनों तरफ से नारेबाजी होने लगी। रात 12 बजे चौक पर गोलियां चलने लगीं, साथ ही पत्थरबाजी भी शुरू हो गई। इससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। जालंधर-लुधियाना हाईवे पर कई वाहन क्षतिग्र्रस्त हो गए और अफरी-तफरी मच गई। इस घटना में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हाे गए। घायल लोगों को अस्‍पतालों में भर्ती कराया गया है।

घटना की सूचना मिलते ही इंचार्ज एसपी परमिंदर सिंह भंडाल, एडीसी बबीता कलेर, एसडीएम ज्योति बाला मट्टू व निगम के सहायक कमिश्नर सुरजीत सिंह दोनों पक्षों को समझा रहे थे, लेकिन कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं था। बाद में कड़ी मशक्‍कत के बाद पुलिस ने हालत पर काबू पाया। क्षेत्र में शनिवार को भी भारी पुलिस बल तैनात है।

पत्थरबाजी से कई वाहन क्षतिग्र्रस्त, लुधियाना-जालंधर हाइवे पर मची अफरा-तफरी

शुक्रवार देर रात दलित संगठनों के प्रतिनिधियों ने अंबेडकर सेना मूल निवासी के प्रमुख हरभजन सुमन की मौजूदगी में गोल चौक पर संविधान चौक लिखा बोर्ड लगा दिया। इसके बाद इंसाफ पार्टी के नेता जरनैल नंगल भी दलित संगठनों के साथ मौके पर खड़े हो गए। मामले का पता चलने के बाद हिंदू संगठनों से शिवसेना बाल ठाकरे के प्रदेश उपाध्यक्ष इंद्रजीत करवल, शिवसेना पंजाब के नेता राजेश पलटा, अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा समिति के दीपक भारद्वाज, भाजपा उपाध्यक्ष संजू चाहल, भाजयुमो के पूर्व प्रधान बल्लू वालिया की मौजूदगी में बड़ी संख्या में लोग जुटने शुरू हो गए थे।

रात 11 बजे दोनों पक्षों के सैकड़ों लोग मौके पर जमा हो गए और एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। माहौल बिगड़ता देख अलग-अलग थानों के प्रभारियों को साथ लेकर एसपी परमिंदर सिंह भंडाल भारी पुलिस फोर्स सहित मौके पर पहुंच गए। उन्होंने दलित संगठनों व हिंदू संगठनों के नेताओं से बातचीत की, लेकिन कोई भी मानने को तैयार नहीं हुआ।

दलित संगठनों के सदस्‍यों का कहना है है कि उन्होंने इस चौक का नाम संविधान चौक रखने को लेकर नगर निगम को मांगपत्र दिया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। इसी कारण उन्होंने बोर्ड लगाया है। उधर, हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों का कहना है कि निगम की ओर से कोई स्वीकृति देने से मना कर दिया। बाद में कई अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।

एसपी पीएस भंडाल ने कहा कि वे दोनों पक्षों से बात कर रहे हैं। रात 12 बजे तक दलित संगठन व हिंदू संगठन आमने-सामने थे। दोनों तरफ से नारेबाजी हो रही थी। इसी बीच वहां गोलियां चलने लगीं। साथ ही पत्थरबाजी भी होने लगी। मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी पहुंच गई। देर रात माहौल तनाव पूर्ण बना रहा।

शनिवार को भी शहर में तनाव है। पूरा फगवाड़ा पुलिस छावनी में बदल गया है। पूरे शहर में पुलिस गश्‍त कर रही है। हालात के बारे में आला पुलिस अधिकारियों की बैठक हो रही है। शहर में पैदा हालात पर राज्‍य सरकार भी नजर रख रही है। शहर में सभी मुख्य बाजार बंद है अौर सड़कों पर लोगों का आवागमन काफी कम है। अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।

गोल चौक से बोर्ड हटा दिया गया है। बताया जाता है कि निगम ने चौक का नाम बदलने की कोई परमिशन नही दी थी। उधर एक बार फिर हिंदू और दलित संगठनाें के लोग एकत्रित हो रहे हैं। पुलिस ने शहर में फ़्लैग मार्च भी किया है। दलित संगठनों के लोग बड़ी संख्‍या में चक्क हकीम के पास श्री गुरु रविदास गुरुद्वारा में एकत्रित होकर बैठक कर रहे हैं।  हिंदू संगठनों के लोग बस स्टैंड के पास हनुमान गढ़ी मंदिर में एकत्रित हुए हैं।

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