अभी-अभी: चीन की बर्बादी का सामान लेकर बॉर्डर पहुचे रतन टाटा, बोले – चीन को नक्शे से मिटा दूंगा…

भारत में रक्षा प्रौद्योगिकी के विकास में देश के दो बड़े बिजनेस टायकून्स मैदान में उतर चुके हैं. जहां एक ओर मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस डिफेंस मिसाइल निर्माण में इजराइली कंपनी राफेल के साथ मिलकर मिसाइलों के निर्माण में जुटे हैं, वहीं रक्षा क्षेत्र में पुरानी कंपनी टाटा अब हेलीकॉप्टर और विमान बनाने में जुटी हुई है.

अभी-अभी: चीन की बर्बादी का सामान लेकर बॉर्डर पहुचे रतन टाटा, बोले – चीन को नक्शे से मिटा दूंगा…हाल ही में अमेरिका के साथ एफ-16 फाइटर प्लेन के भारत में निर्माण को लेकर डील हुई थी. एफ-16 बनाने वाली कंपनी भारत में टाटा के साथ मिलकर इस महाविनाशक फाइटर जेट का निर्माण करेगी. आपको बता दें कि बिजनेस टाइकून रतन टाटा के चेयरमैन रहते हुए टाटा ने भारतीय सेना के लिए मजबूत और टिकाऊ वाहनों के अलावा एंटी लैंडमाइन व्हीकल भी तैयार किए हैं, जो सालों से सेना में कार्यरत हैं.

अमेरिका की कंपनी बोइंग के साथ चिनूक हेलीकॉप्टर और अपाचे हेलीकॉप्टर की जो डील साइन हुई थी, टाटा उसको मूर्त रूप दे रही है. पिछले दिनों बोइंग ने चिनूक हेलीकॉप्टर के पार्ट्स सप्लाई किए थे, जिसके बाद इन दिनों टाटा की फैक्ट्री में इस विशालकाय हेलीकॉप्टर की असेंबलिंग की जा रही है. वहीं अपाचे हेलीकॉप्टर के पार्ट्स भी भारत आने शुरू हो गए हैं.

टाटा की फैक्ट्री में अपाचे हेलीकॉप्टर का ढांचा तैयार किया जा रहा है. रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले कुछ सालों में भारतीय वायुसेना को ये दोनों विनाशकारी हेलीकॉप्टर मिल जाएंगे. टाटा ने इसके लिए अपनी फैक्ट्रियों में बदलाव शुरू कर दिए हैं. आने वाले कुछ महीनों में एफ-16 का निर्माण करने वाली कंपनी लॉकहिड मार्टिन के अधिकारी फैक्ट्री का जायजा लेंगे.

अधिक जानकारी के लिए देखें नीचे दी गई वीडियो. अगर किसी वजह से वीडियो न चले तो वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें !

Back to top button