सामने आया दिल दहला देने वाला मामला, एक घर में मिले 11 शव…

जोधपुर के देचू थाना इलाके में मानवता को झकझोर देने वाली पाक विस्थापित परिवार के 11 लोगों की मौत के बाद अब मृतका लक्ष्मी भील का मौत से पहले का वीडियो सामने आया है. यह वीडियो करीब डेढ़ घंटे का है जिसमें वह मौत का कारण बता रही हैं.

इस वीडियो में लक्ष्मी ने पाकिस्तान से भारत आने, इसके बाद यहां सरकारी और पुलिस सिस्टम पर कई सारे सवाल खड़े किए. लक्ष्मी ने पाकिस्तान से भारत आने के बाद उसके साथ हुए घटनाक्रम, जोधपुर के मंडोर थाना पुलिस पर भी परेशान करने का आरोप लगाया.

रविवार को जोधपुर के देचू थाना इलाके के लोड़ता गांव के पास नलकूप पर खेती का कार्य करने वाले पाक विस्थापित परिवार के 11 लोगों के शव कमरे में मिले थे. पुलिस इसे आत्महत्या मानकर जांच में जुटी है. इस बीच मृतका लक्ष्मी का एक वीडियो सामने आया है.

इस वीडियो में लक्ष्मी ने जोधपुर की मंडोर पुलिस, एसीपी से लेकर पुलिसकर्मियों पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं. उसने आरोप लगाया है कि 30 जुलाई को मंडोर थाने में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया. इसके बाद गोलियां व जबरन इंजेक्शन देने का आरोप लगाया.

इसके साथ ही लक्ष्मी ने परिवार को धमकाने का भी आरोप लगाया बल्कि भारत आने के बाद परिवार, प्रशासन, पुलिस प्रशासन के साथ ही पूरे सिस्टम के साथ लड़ी लड़ाई के बारे में खुलासा किया. उसने वीडियो में बताया कि न्याय के लिए वह दर-दर भटकती रही लेकिन किसी से उसे न्याय नहीं मिला.

लक्ष्मी ने वीडियो में यह भी कहा कि पाकिस्तान में उनके साथ अत्याचार हुए. उस समय जिंदगियां संकट में आ गई तो उसे बचाने भारत में आए. उसके दादा, पड़दादा मूलत: भारत के ही थे.

लक्ष्मी ने वीडियो में कहा कि 2015 में भारत में आए. हमने सुना था कि भारत की धरती पर प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी भगवान है. भगवान श्री कृष्ण का रूप हैं. हमे भी बड़ी उम्मीद थी और प्रधानमंत्री को भी अपनी पीड़ा बताई लेकिन उन तक बात पहुंची या नहीं, पता नहीं लेकिन अब में अपनी बात उन तक भेज रही हूं.

वीडियो में लक्ष्मी ने प्रधानमंत्री से भी न्याय के लिए अपील की है. इसके साथ ही लक्ष्मी ने वीडियो में परिवार के एक-एक लोग, एक-एक घटना के बारे में बताया और कहा कि उसकी डायरी में सब कुछ लिखा हुआ है.

लक्ष्मी के वीडियो में मंडोर व महिला थाने के साथ ही पुलिस पर लगाए आरोपों के बारे में डीसीपी ने कहा कि मंडोर थाने में लक्ष्मी के साथ ही उसके भाई के ससुराल वालों की ओर से प्रकरण दर्ज है. कई मामलों में जांच चल रही है. ऐसे में वीडियो में लगाये गए आरोपो के बारे में जांच की जाएगी ताकि सत्यता सामने आ सके.

इस मामले में डीसीपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने कहा कि हालांकि ग्रामीण पुलिस 11 लोगों की मौत के मामले में जांच कर रही है. ऐसे में जो भी तथ्य सामने आएंगे, नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि जोधपुर जिले के लोड़ता गांव में पाकिस्तान से आया हिंदू शरणार्थी बुद्धाराम का परिवार पिछले 3 महीने से खेती के काम के लिए रह रहा था. इस परिवार में 12 लोग थे. शनिवार की रात सभी लोगों ने खाना खा लिया था और इनमें से एक शख्स केवल राम नीलगाय भगाने के लिए खेत में गया था जहां पर उसको नींद आ गई और वह सो गया. सुबह जब वह घर लौटा तो पूरे परिवार का खात्मा हो चुका था. पुलिस को शव के पास से जहर की शीशियां और इंजेक्शन भी मिले.

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