राजस्थान: उपचुनावों की घोषणा के साथ ही सीट हथियाने की कवायद में जुटीं पार्टियां

बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा के बाद राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। भाजपा और कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों ने इस सीट पर अपना कब्जा जमाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। इन उपचुनावों के लिए वोटिंग 11 नवंबर को होगी और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किया जाएगा। गजट नोटिफिकेशन 13 अक्टूबर को जारी किया जाएगा, जबकि प्रत्याशी 21 अक्टूबर तक नामांकन कर सकेंगे। नामांकन की जांच 23 अक्टूबर को होगी और 27 अक्टूबर तक प्रत्याशी अपना नाम वापस ले सकेंगे।
अंता विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,26,227 वोटर हैं, जिनमें 1,15,982 पुरुष, 1,10,241 महिला और 4 अन्य वोटर शामिल हैं। वोटर लिस्ट अपडेट अभियान में 1,336 वोटर बढ़े हैं। पिछले तीन चुनावों में अंता सीट पर दो बार भाजपा और एक बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है। 2013 में भाजपा के प्रभूलाल सैनी ने प्रमोद जैन भाया को 3,399 वोटों से हराया था, जबकि 2018 में कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया ने भाजपा के प्रभूलाल सैनी को 34,063 वोटों से हराया। 2023 में भाजपा के कंवरलाल मीणा ने प्रमोद जैन भाया को 5,861 वोटों से हराया। इस बार का मुकाबला पिछली लड़ाइयों से कहीं अधिक प्रतिस्पर्धात्मक और रोचक होने की उम्मीद है।
उपचुनावों की घोषणा होते ही प्रमुख पार्टियों समेत सीट हथियाने की जुगत में भिड़ी अन्य पार्टियों ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। कांग्रेस इस बार एक बार फिर प्रमोद जैन भाया को टिकट दे सकती है। भाजपा में पूर्व विधायक सहित कई बड़े नेता टिकट की दौड़ में हैं। राजनीतिक गलियारों में अचानक उभरते नरेश मीणा पर सबकी निगाहें टिकी हैं। माना जा रहा है कि नरेश मीणा उपचुनाव को रोचक और उलटफेर भरा बना सकते हैं। सूत्रों के अनुसार नरेश मीणा प्रमोद जैन भाया के कट्टर विरोधी हैं और यदि कांग्रेस भाया पर दांव खेलेगी तो नरेश मीणा निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं।
बता दें कि अंता सीट पहले विधायक कंवरलाल मीणा के कब्जे में थी। करीब 20 साल पहले एसडीएम पर पिस्टल तानने के मामले में उन्हें कोर्ट ने दंडित किया था, जिसके कारण इस साल मई में उनकी विधायकी चली गई और सीट खाली हो गई। कंवरलाल मीणा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थक हैं और साल 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया को हराया था। कंवरलाल दो बार विधायक रह चुके हैं और 2013 में मनोहर थाना से विधायक चुने गए थे।