माल्या समेत 10 बैंक फर्जीवाड़ों की CBI जांच पर अब नजर रखेगा सीवीसी
नई दिल्ली. सेंट्रल विजिलेंस कमीशन (सीवीसी) ने कहा है कि वह विजय माल्या समेत 10 बैंक फर्जीवाड़ों की जांच की निगरानी करेगा। इन मामलों का इन्वेस्टीगेशन सीबीआई कर रही है। सीवीसी ने ये भी कहा कि अगर बैंक सही तरीके से काम कर रहे हैं, तो उन्हें डरने की कोई जरूरत नही हैं। बैंकों को जबरदस्त हिम्मत दिखानी होगी…
– न्यूज एजेंसी के मुताबिक विजिलेंस कमिश्नर टीएम भसीन ने कहा, “बैंकों को डिफॉल्टर्स से पैसा वसूलने के लिए जबरदस्त हिम्मत दिखानी होगी।”
– “सीवीसी ने सिर्फ स्टाफ की जवाबदेही बल्कि सीबीआई द्वारा की जा रहे 10 बैंक फर्जीवाड़ों की जांच पर भी नजर रखेगा।”
– भसीन ने ये भी कहा, “बैंकरों को तीन सी यानी सीवीसी, सीबीआई और सीएजी (कैग) से डरने की जरूरत नहीं है। उन्हें सभी मौजूदा लीगल तरीकों का इस्तेमाल नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) को वसूलने में करना चाहिए।”
– “सीवीसी ने सिर्फ स्टाफ की जवाबदेही बल्कि सीबीआई द्वारा की जा रहे 10 बैंक फर्जीवाड़ों की जांच पर भी नजर रखेगा।”
– भसीन ने ये भी कहा, “बैंकरों को तीन सी यानी सीवीसी, सीबीआई और सीएजी (कैग) से डरने की जरूरत नहीं है। उन्हें सभी मौजूदा लीगल तरीकों का इस्तेमाल नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) को वसूलने में करना चाहिए।”
और क्या बोले भसीन?
– “कुछ बैंकों की गलत धारणा है कि एक बार उन्होंने एनपीए के रूप में एक अकाउंट को अपने कंट्रोल में लेने की बात कही। उन्होंने जांच एजेंसियों मसलन पुलिस, सीबीआई, एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED), सीबीआई को सूचना दी और इसके बाद उनका काम खत्म हो जाता है।”
– “बैंकरों को इस तरह नहीं सोचना चाहिए। मैं ये साफ करना चाहता हूं कि इन्वेस्टीगेशन एजेंसियां केवल आपराधिक मामलों की जांच करती हैं। बैंकों की ड्यूटी है कि वो बिना किसी बाहरी की मदद के अपना पैसे वसूलें। बैंकरों को इसे चैलेंज की तरह लेना होगा।”
माल्या पर कितना कर्ज?
– 31 जनवरी 2014 तक किंगफिशर एयरलाइन्स पर बैंकों का 6,963 करोड़ रुपए बकाया था। इस कर्ज पर इंटरेस्ट के बाद माल्या की टोटल लायबिलिटी 9,432 करोड़ रुपए हो चुकी है।
– सीबीआई ने 1000 से भी ज्यादा पेज की चार्जशीट में कहा कि किंगफिशर एयरलाइन्स ने IDBI की तरफ से मिले 900 करोड़ रुपए के लोन में से 254 करोड़ रुपए का निजी इस्तेमाल किया।
– किंगफिशर एयरलाइन्स अक्टूबर 2012 में बंद हो गई थी। दिसंबर 2014 में इसका फ्लाइंग परमिट भी कैंसल कर दिया गया।
– डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल ने माल्या और उनकी कंपनियों UBHL, किंगफिशर फिनवेस्ट और किंगफिशर एयरलाइन्स से 11.5% प्रति साल की ब्याज दर से वसूली की प्रॉसेस शुरू करने की इजाजत दी थी।
– 31 जनवरी 2014 तक किंगफिशर एयरलाइन्स पर बैंकों का 6,963 करोड़ रुपए बकाया था। इस कर्ज पर इंटरेस्ट के बाद माल्या की टोटल लायबिलिटी 9,432 करोड़ रुपए हो चुकी है।
– सीबीआई ने 1000 से भी ज्यादा पेज की चार्जशीट में कहा कि किंगफिशर एयरलाइन्स ने IDBI की तरफ से मिले 900 करोड़ रुपए के लोन में से 254 करोड़ रुपए का निजी इस्तेमाल किया।
– किंगफिशर एयरलाइन्स अक्टूबर 2012 में बंद हो गई थी। दिसंबर 2014 में इसका फ्लाइंग परमिट भी कैंसल कर दिया गया।
– डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल ने माल्या और उनकी कंपनियों UBHL, किंगफिशर फिनवेस्ट और किंगफिशर एयरलाइन्स से 11.5% प्रति साल की ब्याज दर से वसूली की प्रॉसेस शुरू करने की इजाजत दी थी।
खराब रेटिंग के बावजूद लोन
– ED ने अपनी चार्जशीट में सिलसिलेवार तरीके से ये बताया है कि किस तरह 400 करोड़ रुपए देश के बाहर भेजे गए और इसमें कानून कैसे तोड़ा गया।
– चार्जशीट में कहा गया है कि किंगफिशर एयरलाइंस की बेहद खराब फाईनेंशियल कंडीशन के बावजूद आईडीबीआई ने 860.92 करोड़ रुपए का लोन दिया। जबकि माल्या की एयरलाइंस निगेटिव नेट वर्थ और कम क्रेडिट रेटिंग से गुजर रही थी। चार्जशीट में इसे आपराधिक साजिश के तौर पर दर्ज किया गया है।
– ED ने अपनी चार्जशीट में सिलसिलेवार तरीके से ये बताया है कि किस तरह 400 करोड़ रुपए देश के बाहर भेजे गए और इसमें कानून कैसे तोड़ा गया।
– चार्जशीट में कहा गया है कि किंगफिशर एयरलाइंस की बेहद खराब फाईनेंशियल कंडीशन के बावजूद आईडीबीआई ने 860.92 करोड़ रुपए का लोन दिया। जबकि माल्या की एयरलाइंस निगेटिव नेट वर्थ और कम क्रेडिट रेटिंग से गुजर रही थी। चार्जशीट में इसे आपराधिक साजिश के तौर पर दर्ज किया गया है।