अमरनाथ यात्रा के लिए हर स्तर पर तैयारी मुकम्मल, सुरक्षा से लेकर यातायात तक… हर पहलू पर नजर

अमरनाथ यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर डीजीपी नलिन प्रभात ने सुरक्षा और यातायात प्रबंधन की उच्चस्तरीय समीक्षा की। सभी सुरक्षा एजेंसियों को आपसी समन्वय और रणनीतिक तैनाती के साथ यात्रा मार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
अमरनाथ यात्रा-2025 की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नलिन प्रभात ने वीरवार को पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) में एक उच्चस्तरीय बैठक की। इसमें केंद्रीय और राज्य सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
बैठक में विशेष डीजीपी (समन्वय) एसजेएम गिलानी, एडीजीपी सीआरपीएफ राजेश कुमार, एडीजीपी जम्मू एमके सिन्हा, आईजीपी कश्मीर, आईजीपी ट्रैफिक, आईजीपी बीएफएफ, आईजी आईटीबीपी, एसएसबी, एसडीआरएफ सहित श्रीनगर, अनंतनाग और गांदरबल के एसएसपी शामिल रहे।
कुछ अधिकारी बैठक में वर्चुअल माध्यम से जुड़े। बैठक की शुरुआत में जोनल आईजीपी ने सीएपीएफ की तैनाती और उनकी जरूरतों की जानकारी दी। केंद्रीय बलों के अधिकारियों ने मौजूदा व्यवस्थाओं पर संतोष जताते हुए सुरक्षा प्रबंधन में सहयोग का भरोसा दिया। डीजीपी ने जिला स्तर पर आने वाली कंपनियों के लिए समुचित आवास, लॉजिस्टिक और रणनीतिक तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच सीमलेस समन्वय आवश्यक है। इसके लिए इंटर-एजेंसी कोऑर्डिनेशन सिस्टम को और मजबूत किया जाए। बैठक का उद्देश्य यात्रा मार्गों की सुरक्षा, यातायात प्रबंधन, आपात स्थितियों से निपटने की तैयारियों और यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करना था। अंत में डीजीपी ने कहा कि अमरनाथ यात्रा की सफलता सुरक्षा बलों की संयुक्त प्रतिबद्धता से ही सुनिश्चित हो सकती है।