‘यमराज जी, बाद में मिलते हैं!’ 9 हजार फीट से जमीन पर गिरा शख्स, फिर भी चमत्कार से बच गया जिंदा

दुनियाभर में आए दिन हवाई जहाज, हेलिकॉप्टर आदि से जुड़े कई ऐसे हादसे होते हैं, जिनके बारे में जानकर हैरानी होती है. ऐसे हादसों में ज्यादातर लोगों की मौत हो जाती है. लेकिन कुछ लोग यमराज को भी चकमा दे देते हैं, मानो वो यमराज से बाद में मिलने का समय मांगकर आ जाते हैं. ऐसा ही एक भयानक हादसा 57 साल के रिटायर्ड-टेररिज्म पुलिस अधिकारी स्टीव बार्नेट के साथ हुआ, जब वो 9 हजार फीट की ऊंचाई से सीधे जमीन पर गिरने लगे. उन्होंने अपने इस दिल दहला देने वाले अनुभव को शेयर किया, जिसके बारे में जानकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. लेकिन एक चमत्कार ने उन्हें जिंदा बचा लिया.
स्टीव बार्नेट ने बताया कि एक दिन जब वो 9 हजार फीट की ऊंचाई से पैराग्लाइडिंग कर रहे थे, तभी उनका पैराग्लाइडर फ्रेंच आल्प्स में एक तूफानी बादल में फंस गया. बारिश की वजह से उनका ग्लाइडर भीग गया, जिसके बाद वह नीचे गिरने लगे. लेकिन इसी बीच 30 फीट ऊंचे पेड़ आ गए, जिसपर फंसते हुए नीचे गिरने के कारण वो जिंदा बच गए. ये किसी चमत्कार से कम नहीं था. इस दुर्घटना में उनकी पेल्विस की हड्डी टूट गई, लेकिन उनकी जान बच गई. स्टीव ने बताया कि वह फ्रांस के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र पासी में पैराग्लाइडिंग कर रहे थे, जब अचानक मौसम खराब हो गया. स्टीव ने उस भयावह पल को याद करते हुए कहा, “मैंने देखा कि एक बड़ा बादल मेरी ओर बढ़ रहा था. अचानक मेरे ग्लाइडर की सतह पर बारिश की बूंदों की आवाज आने लगी. फिर बारिश तेज हो गई. इसके बाद मुझे तेज झटके, फटने और लहराने जैसी आवाजें सुनाई दीं. मेरा ग्लाइडर पानी के वजन से बर्बाद हो गया.”
स्टीव ने आगे बताया कि जैसे ही ग्लाइडर ने काम करना बंद किया, उन्होंने आपातकालीन लैंडिंग की कोशिश की, लेकिन स्थिति उनके नियंत्रण से बाहर हो गई. वह पेड़ों के बीच से होते हुए 40 मील प्रति घंटे की रफ्तार से जमीन पर जा गिरे. स्टीव ने बताया, “जमीन पर गिरने के बाद मैं उछला और लुढ़क गया. ऐसा लगा जैसे किसी ने मुझे बहुत जोर से लात मारी हो.” दर्द और सदमे के बावजूद, स्टीव ने हिम्मत नहीं हारी. उन्होंने तुरंत अपने साथी पैराग्लाइडर 47 साल के मैट रोच को मदद के लिए कॉल किया. उस समय मैट भी हवा में उड़ान भर रहे थे. मैट ने स्टीव के लोकेशन को ट्रैक किया और तुरंत एक रेस्क्यू हेलिकॉप्टर को सूचना दी. रेस्क्यू हेलिकॉप्टर ने स्टीव को पासी के जंगल से तुरंत निकाला और उन्हें इटली की सीमा के पास एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. स्टीव की हालत गंभीर थी, लेकिन चिकित्सकों ने उनका इलाज किया और महज दो दिन
फिर से आसमान में उड़ने को बेताब!
यमराज से साक्षात सामना होने के बावजूद स्टीव पैराग्लाइडिंग के प्रति जुनून कम नहीं हुआ. उन्होंने हंसते हुए कहा, “मैं फिर से आसमान में उड़ने के लिए बेताब हूं.” उनकी इस हिम्मत और सकारात्मक रवैये ने कई लोगों को हैरान कर दिया. स्टीव का कहना है कि यह हादसा उनके लिए एक सबक था, लेकिन यह उनके साहसिक शौक को रोक नहीं सकता. यह घटना न केवल स्टीव की हिम्मत और उनके दोस्त मैट की सूझबूझ को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि विपरीत परिस्थितियों में त्वरित निर्णय और सहायता कितनी महत्वपूर्ण हो सकती है. पैराग्लाइडिंग जैसे साहसिक खेलों में जोखिम हमेशा रहता है, लेकिन सही उपकरण, प्रशिक्षण और आपातकालीन सहायता से जानलेवा हादसों को टाला जा सकता है.