श्री अमरनाथ यात्रा:  ​शिवभक्तों के लिए प्रयोग में लाई जाएंगी JKRTC की 250 बसें

जम्मू : श्री अमरनाथ यात्रा के शुरू होने में अब बस गिने चुने दिन ही शेष रह गए हैं। सरकार और प्रशासन ​शिवभक्तों की सुरक्षा व सुगम यात्रा के लिए तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।

श्री अमरनाथ यात्रा पर श्रद्धालुओं को जम्मू से पहलगाम और बालटाल आधार ​शिविरों तक ले जाने और वापस जम्मू लाने के लिए जम्मू-कश्मीर रोड ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन को सरकार ने दायित्व सौंपा है। कार्पोरेशन ने अमरनाथ यात्रियों के लिए करीब 250 बसों को प्रयोग में लाने की तैयारी पूरी कर ली हैं। सबसे अहम श्री अमरनाथ यात्रियों के लिए बसों के किराए में कोई बढ़ौतरी नहीं की हैं। जम्मू-कश्मीर रोड ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन के प्रबंधक निदेशक राकेश कुमार सरंगल का कहना हैं कि श्री अमरनाथ यात्रा 2025 में ​शिवभक्तों को परिवहन की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए जम्मू-कश्मीर रोड ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन पूरी तरह से तैयार हैं।

जम्मू में भगवती नगर ​स्थित यात्री निवास से श्रद्धालुओं को पहलगाम और बालटाल आधार ​शिविरों तक पहुंचाने के लिए 100 बसों का प्रयोग किया जाएगा। इसी तरह पहलगाम और बालटाल से जम्मू पहुंचाने के लिए भी 100 बसें प्रयोग में लाई जाएंगी। ये बसें प्रतिदिन चला करेंगी। 50 बसों को रिजर्व में रखा गया हैं ताकि अगर कोई बस में कोई खराबी या अन्य तकनीकी खामी आती हैं तो रिजर्व रखी गई बसों को प्रयोग किया जाएगा।

कार्पोरेशन के प्रबंधक निदेशक राकेश कुमार सारंगल का कहना हैं कि श्री अमरनाथ यात्रा 2025 में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं के लिए सबसे राहत भरी बात यह हैं कि कार्पोरेशन ने यात्री किराए में कोई बढ़ौतरी नहीं की हैं और पिछले साल की तर्ज पर ही अमरनाथ यात्रियों से किराया लिया जाएगा।

कार्पोरेशन के अ​धिकारियों के अनुसार पहलगाम और बालटाल आधार ​शिविरों के लिए यात्री किराया हाई टेक बसों के मामले में 568 और 775 रहेगा। वहीं, डीलक्स बस में किराया 467 और 637 रुपए रहेगा। सैमी डीलक्स बस में यात्री किराया 340 और 548 रुपए रहेगा।

उल्लेखनीय हैं कि श्री अमरनाथ यात्रा 2025 तीन जुलाई से शुरू होगी। 38 दिन की श्री अमरनाथ यात्रा का वि​धिवत समापन नौ अगस्त को होगा।

पहलगाम में पर्यटकों पर 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद होने जा रही श्री अमरनाथ यात्रा के लिए इस बार सुरक्षा एजेंसियां अभूतपूर्व सुरक्षा प्रबंध करने में जुटी हुई हैं। सी.आर.पी.एफ. की 581 कम्पनियों के अलावा सेना और अन्य सशस्त्र बलों की कम्पनियों को भी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में तैनात किया जाएगा।

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