आवास विकास 20 वर्ष बाद अब बनाएगा नई टाउनशिप, बोर्ड ने दी मंजूरी, 10 गांव की जमीन चिन्हित

मेरठ आवास एवं विकास परिषद 10 गांव की जमीन पर नई टाउनशिप विकसित करेगा। पिछले सालभर से इसके लिए कसरत चल रही थी, जिसे परिषद की बोर्ड बैठक में मंजूरी मिल गई।

करीब 1500 एकड़ भूमि में 2000 करोड़ रुपये से योजना विकसित होगी। अब इसके लिए जमीन अधिग्रहण शुरू होगा। वहीं बोर्ड ने छह महीने पहले सेवानिवृत्त हुए सहायक अभियंता एमबी कौशिक के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के भी निर्देश दिए हैं।

चार योजनाओं में शुरू की गई भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया
आवास विकास परिषद झांसी, मुजफ्फरनगर, मेरठ और प्रयागराज में नई आवासीय योजनाएं लाएगा। इन चारों योजनाओं में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है और दो साल में इनको लॉन्च कर दिया जाएगा।

जागृति विहार एक्सटेंशन योजना के 20 साल बाद आवास विकास कोई योजना ला रहा है। चंदसारा, जुर्रानपुर, शाकरपुर, बाजौट, जाहिदपुर, ततीना सानी, सलेमपुर, गगोल, नरहेड़ा, ढिकौली गांव की 1500 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है। किसानों से समझौते के आधार पर जमीन ली जाएगी। योजना को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।

दोगुना मुआवजा देगा आवास विकास
अफसरों के मुताबिक किसानों को नई भूमि अधिग्रहण नीति के तहत चार गुना मुआवजा देना होता है, लेकिन आवास विकास दोगुना कीमत ही किसानों को देगा। छह माह पहले सेवानिवृत्त हुए सहायक अभियंता एमबी कौशिक के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करने का प्रस्ताव पास किया है।

आरोप है कि नौकरी के दौरान करीब साल भर पहले उन्होंने लैंडपूलिंग योजना के तहत किसान व बिल्डरों को 25 की बजाए 35 प्रतिशत विकसित जमीन देने का लाभ दे दिया था। मेरठ में तैनाती के दौरान भी वे आरोपों को लेकर कई बार चर्चाओं में रहे।

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