परिवार ने छपवाया शादी का गजब कार्ड, लोगों की सेहत का भी रखा ध्यान, सोशल मीडिया पर होने लगा वायरल

मंगल बेला में पधारकर नव युगल को अपने स्नेहाशीष आशिर्वाद से अलंकृत कर हमें अनुगृहित करें… शादी-विवाह क समय हमारे घरों में आने वाले कार्ड पर ये लाइन सामान्य बात हैं. मगर इससे इतर हम कार्ड पर दो चीजें ध्यान से पढ़ते हैं, पहला किसके नाम से कार्ड आया है और शुभ मुहुर्त कब है. मगर आज वायरल और यूनिक बनने के लिए हम एक कदम आगे बढ़ चुके हैं. सोशल मीडिया पर कार्डों का भरमार है, जिसे पढ़कर लोग WoW करते हैं या फिर चौंक जाते हैं. अब एक ऐसी ही शादी का कार्ड खूब वायरल हो रहा है, जिसे पढ़कर लोग न केवल तारीफ कर रहे हैं बल्कि उनकी बात मानने को भी तैयार दिख रहे हैं.

दरअसल, सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर एक शादी का कार्ड खूब वायरल हो रहा है. इसमें कार्ड पर शेर-ओ-शायरी की जगह या फिर- मेले मामा/चाचा की छादी में जूलूल-जूलूल से आना की जगह खास संदेश दिया गया है. इस संदेश को पढ़कर साफ पता चल रहा है कि नव दंपत्ति को भविष्य की कितनी चिंता है. दरअसल. ये अपनी नहीं पूरी पृथ्वी की भविष्य की चिंता कर रहे हैं. ये पर्यावरण को लेकर खास संदेश अपनी शादी की कार्ड के जरिए दे रहे हैं. साथ ही महिलाओं की सशक्तिकरण की भी बात कर रहे हैं. चलिए जानते हैं आखिर क्या है इस कार्ड में?

दरअसल सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर Rajesh Kumar Suman नाम के शख्स ने अपनी आईडी से इस शादी के कार्ड को अपलोड किया है. इस पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने लिखा है, ‘ई तो गजबे हो गया. पहली बार शादी के कार्ड के साथ 251 रु. पेड़ लगाने का निमंत्रण आया है. गोपालगंज निवासी Nandlal Singh Kushwaha जी अपने छोटे भाई हृदय नंद सिंह के शादी के कार्ड पर सांसे हो रही है कम आओ पेड़ लगाएं हम- स्लोगन प्रिंट करवाकर अपने सगे संबंधियों को जागरूक कर रहे हैं. साथ ही कार्ड के साथ पेड़ लगाने के लिए 251 रुपया भी दे रहे हैं. मेरे ख्याल से देश में पहली बार ऐसा प्रयास किया जा रहा है. इनके बारे में दो शब्द आप क्या कहना चाहेंगे?’

ऐसी शादी की कार्ड पहली बार आपने देखा होगा कि कोई निमंत्रण के साथ इतना मैसेज भेज रहा है. इस शादी की कार्ड ने तो पहले क्लाइमेट चेंज की चिंता को उजागर किया है. साथ ही लोगों को शादी के कार्ड के साथ-साथ 251 रुपये भी दिए जा रहे हैं, ताकि लोग अपनी जमीन पर पेड़ लगा सकें, साथ ही उन्होंने न केवल घर के पुरुष को शादी में इन्वाइट किया है बल्कि कार्ड पर साफ लिखा है कि कृपया महिलाओं का निमंत्रण भी इसी पत्रिका से स्वीकार करें. इस कार्ड को देख कर हर ओर इसकी तारीफ हो रही है.

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