जालंधर में मासूम की माैत: पतंग की डोर से कटा गला
गांव कोटली खाखिया में सात साल की हरलीन अपने दादा के साथ जा रही थी। हरलीन बाइक पर आगे बैठी थी। अचानक वह डोर की चपेट में आई और उसका गला कट गया।
जालंधर देहात के गोराया में दोसांझ कलां से सटे गांव कोटली खाखिया में बुधवार शाम पतंग की डोर से हुए दर्दनाक हादसे में 7 साल की बच्ची की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक सात साल की हरलीन दादा संग मोटरसाइकिल के आगे बैठकर उनकी शॉप पर जा रही थी। हरलीन अपनी फैमिली की इकलौती बेटी थी।
चौकी दोसांझ कलां के इंचार्ज सुखविंदर पाल ने कहा कि क्राइम सीन से मिली डोर इंडियन है न कि सिंथेटिक। पुलिस को सतनाम सिंह ने बताया कि उनकी बहू जसविंदर रानी का पित्ते का ऑपरेशन हुआ है तो वे अस्पताल में है। शाम को वह अपनी पोती हरलीन और एक अन्य पोती के साथ दोसांझ कलां स्थित शॉप में जा रहे थे। हरलीन मोटरसाइकिल के आगे बैठी थी तो दूसरी पोती पीछे। वे गांव से अभी आधा किलोमीटर दूरी पर पहुंचे थे कि रास्ते में डोर की चपेट में बाइक के आगे बैठी हरलीन आ गई।
डोर से उसकी गर्दन कट गई थी। गर्दन से खून बहुत तेजी से निकल रहा था। वे उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन हालत नाजुक देखते हुए दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया। खून बंद नहीं हो रहा था। दूसरे अस्पताल में अभी इलाज शुरू किया ही था कि बच्ची ने दम तोड़ दिया। हरलीन के शव को दादा घर लेकर आ गए।
चौकी इंचार्ज सुखविंदर पाल ने कहा कि सतनाम की बाइक से मिली डोर और क्राइम सीन से कब्जे में ली गई डोर एक ही है। उन्होंने कहा कि इंडियन डोर थी न कि चाइनीज। डोर पक्की थी तो उसने बच्ची की गर्दन को बुरी तरह से काट दिया था। जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।