टी-33 सुरंग का काम पूरा: कश्मीर से कन्याकुमारी के बीच ट्रेन का रास्ता साफ
रियासी और बनिहाल तक के रेलवे रूट पर बक्कल से कोड़ी के बीच दरिया चिनाब पर विश्व का सब से ऊंचा रेलवे ब्रिज बन कर तैयार है दुनिया के सभी अजूबों में ब्रिज के रूप में एक और अजूबा है।
कश्मीर को ट्रेन के माध्यम से कन्याकुमारी से जोड़ने की दिशा में रेलवे ने एक ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। कटड़ा को रियासी से जोड़ने वाली 3.2 किलोमीटर लंबी टी-33 सुरंग के लिए गिट्टी रहित ट्रैक का काम शुक्रवार को पूरा हो गया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे मील का पत्थर बताते हुए एक्स पर लिखा अंतिम ट्रैक का काम पूरा हो गया है।
श्री माता वैष्णों देवी कटरा आने वाले यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोग भी अगले महीने ट्रेन के जरिए कटड़ा से वाया रियासी कश्मीर तक जा सकेंगे। रियासी से बनिहाल तक बिछाए गए रेलवे ट्रैक का काम पूरा कर लिया गया है इसी महीने के अंत तक दोबारा ट्रैक पर ट्रेन का परीक्षण किया जाएगा। गौरतलब है कि कटड़ा से बनिहाल तक की दूरी कुल 111 किलोमीटर वहीं ग्रा रियासी से बनिहाल की दूरी 91 किलोमीटर है। कटड़ा से रियासी के बीच बनाए जा रहे टनल नम्बर 33 को तैयार कर किया गया है।
बताते चले कि कश्मीर से बनिहाल तक अभी ट्रेन की सुविधा लोगों के लिए जारी है। रियासी से बनिहाल तक कुल आठ रेलवे स्टेशन होंगे जिस में रियासी, बक्कल, कोड़ी, ढ़ुग्गा सावलाकोट, संगलधान, खड़ी, सुंबर, शहबाज रेलवे स्टेशन है जहां पर काम पूरा हो चुका है।
चिनाब पर सबसे ऊंचा रेल पुल
रियासी और बनिहाल तक के रेलवे रूट पर बक्कल से कोड़ी के बीच दरिया चिनाब पर विश्व का सब से ऊंचा रेलवे ब्रिज बन कर तैयार है दुनिया के सभी अजूबों में ब्रिज के रूप में एक और अजूबा है। बक्कल से ब्रिज पार कर कोड़ी पहुंचने पर वहां पर एक हाल्ट रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा।
कोड़ी में बनेगा संग्रहालय
कोड़ी में एक संग्रहालय बनेगा जहां पर इस महत्वकांशी रेलवे प्रोजेक्ट के शुरू होने से ले कर के जारी काम और समाप्ति की पूरी जानकारी दी जाएगी। बनाया जाने वाला यह संग्रहालय पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा वहीं स्थानीय लोगों की आने वाली अगली पीढ़ी भी रेलवे प्रोजेक्ट की जानकारी अगले कई वर्षों से फोटो के माध्यम से जान सकेंगे।