काशी विद्यापीठ में 20 दिसंबर को दीक्षांत समारोह
काशी विद्यापीठ में दीक्षांत समारोह की तैयारियां शुरू हो गई हैं। छात्र-छात्राएं भी अपने-अपने स्तर से संबंधित काम में लगे हुए हैं। वहीं, काशी विद्यापीठ के जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, अभी मुख्य अतिथि को लेकर विचार-विमर्श किया जा रहा है।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में 20 दिसंबर को 46वें दीक्षांत समारोह का दूसरा भाग मनाया जाएगा। पिछले दीक्षांत में जिन मेधिावियों को रिजल्ट न जारी हो पाने से मेडल नहीं मिल पाया था, अब उन्हें नवाजा जाएगा। काशी विद्यापीठ ने विभागवार यूजी और पीजी के टॉप-10 छात्र और छात्राओं के नाम जारी कर दिया है। अब इनके नामों पर आपत्तियां मांगी गईं हैं।
14 दिसंबर को यूजी के सात और पीजी के 15 कोर्स और 16 दिसंबर को पीजी के आठ कोर्स के टॉपरों पर दोपहर 12 बजे तक आपत्तियां मांगी गईं हैं। आपत्ति दर्ज कराने वालों को परीक्षा गोपनीय विभाग में व्यक्तिगत तौर पर मौजूद होकर जमा करना होगा। यूजी के 7 कोर्स और पीजी में 23 कोर्स के टॉपरों की सूची आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है।
काशी विद्यापीठ के परीक्षा नियंत्रक की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर कहा गया है कि जो छात्र बैक लॉग, बैक परीक्षा या पास आउट नहीं हैं, उनका नाम इस सूची में शामिल नहीं है। अंक सुधार और श्रेणी सुधार वाले अंकों को घटाकर मेरिट लिस्ट बनाई गई है। चुनौती मूल्यांकन के अंतर्गत बढ़े हुए अंकों को मेरिट लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है।
राज्यपाल के ओएसडी भी हो सकते हैं अतिथि
काशी विद्यापीठ के जनसंपर्क अधिकारी प्रो. नागेंद्र सिंह ने बताया, अभी तक दीक्षांत के मुख्य अतिथि को लेकर को लेकर अभी कुछ तय नहीं हुआ है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल या फिर उनके ओएसडी भी इस कार्यक्रम का अहम हिस्सा बन सकते हैं।
कार्यक्रम पिछले बार जैसा भव्य नहीं होगा। लेकिन, बचे हुए छात्र और छात्राओं को उपाधियां और मेडल दिए जाएंगे। इससे पहले 25 सितंबर को 97,252 छात्र और छात्राओं की डिग्रियां अपलोड हुईं। 18 छात्र और छात्राओं को गोल्ड मेडल दिया गया था।