क्या गाजा की तरह होगा ईरान का हाल, मिसाइल हमलों के बाद इजरायल लेगा बदला

लेबनान में हिजबुल्ला के खिलाफ मंगलवार को जमीनी सैन्य कार्रवाई शुरू करने वाले इजरायल पर ईरान ने मिसाइलों की बौछार कर दी। ईरान ने कहा है कि यह हमला हिजबुल्ला प्रमुख हसन नसरुल्ला और हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत का बदला है और उनका देश किसी भी जवाबी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार है। उधर, इजरायली सेना ने दावा किया है कि ईरान की ओर से लगभग 180 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं। हालांकि ये सभी नाकाम कर दी गईं। साथ ही उसने कहा कि इसका समय पर करारा जवाब दिया जाएगा।

अमेरिका बोला ईरान का मिसाइल अटैक विफल हो गया

राष्ट्रपति बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, जेक सुलिवन ने कहा कि ईरान ने इजरायल में लक्ष्यों की ओर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च कीं। इस हमले के खिलाफ इजरायल की रक्षा में मदद करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना ने इजराइली रक्षा बलों के साथ निकटता से समन्वय किया।

अमेरिकी नौसैनिक विध्वंसक ने भीतर की ओर आने वाली मिसाइलों को मार गिरा दिया। ईरान का हमला विफल हो गया है। वहीं, राष्ट्रपति बाइडन और उपराष्ट्रपति हैरिस ने व्हाइट हाउस सिचुएशन रूम से हमले और प्रतिक्रिया की निगरानी की, उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम व्यक्तिगत रूप से और दूर से शामिल हुई।

ईरान को चुकानी होगी कीमत

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्वीट किया कि ईरान ने आज रात एक बड़ी गलती की और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।

वहीं, इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने ट्वीट किया कि मैंने आज शाम वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों के साथ कमांड और कंट्रोल सेंटर में बिताया, और इजरायल पर ईरानी मिसाइल हमले के खिलाफ आईडीएफ की सफल रक्षा को करीब से देखा। ईरान ने एक साधारण सबक नहीं सीखा है – जो लोग इजरायल राज्य पर हमला करते हैं, उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ती है।

अमेरिकी कर्मियों की सुरक्षा सर्वोपरि- कमला हैरिस

अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि आज ईरान ने लापरवाही से हमला करते हुए इजराइल पर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। मैं इस हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करती हूं। ईरान मध्य पूर्व में एक अस्थिर करने वाली, खतरनाक ताकत है और इज़राइल पर आज का हमला इस तथ्य को और अधिक प्रदर्शित करता है। इससे पहले आज मैं राष्ट्रपति बाइडेन और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ सिचुएशन रूम में थी क्योंकि हमने वास्तविक समय में हमले की निगरानी की और सुनिश्चित किया कि क्षेत्र में अमेरिकी कर्मियों की सुरक्षा सर्वोपरि है।

इजरायल में किसी भी मौत की जानकारी नहीं

हम हमले के प्रभाव का आकलन करने के लिए अभी भी आईडीएफ और इजरायल में अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं। लेकिन इस समय, हमें इजरायल में किसी भी मौत की जानकारी नहीं है। हमें इजरायल में विमान या रणनीतिक सैन्य संपत्तियों को किसी नुकसान की जानकारी नहीं है।

ईरानी हमले के साथ ही पश्चिम एशिया में युद्ध का संकट गहरा गया है क्योंकि अमेरिका इजरायल की मदद के लिए मैदान में कूद गया है। इससे पहले हिजबुल्ला के खिलाफ जमीनी कार्रवाई के लिए इजरायली सेना मंगलवार को टैंकों के साथ दक्षिणी लेबनान में घुस गई, हालांकि आतंकी संगठन हिजबुल्ला ने इससे इन्कार किया।

अमेरिका ने कर दिया था सचेत

अमेरिका ने कुछ घंटे पहले ही ईरानी हमले को लेकर इजरायल को सचेत पर दिया था। उसने कहा था कि ईरान कुछ घंटों के भीतर ही बैलिस्टिक मिसाइलें से हमले कर सकता है जोकि 12 मिनट से भी कम समय में ही लक्ष्य को भेद सकती हैं। ईरानी मिसाइलों के हमले की वजह से पूरे इजरायल में सायरन की आवाज गूंजती रही। हमले के बाद इजरायल ने अपने लोगों से कहा कि जब तक कहा ना जाए, सुरक्षित ठिकानों पर रहें। मंगलवार को ही इजरायल के जाफा में आतंकी हमले में आठ लोग मारे गए जबकि कई अन्य जख्मी हो गए। इस दौरान सुरक्षा बलों ने दो आतंकी मार गिराए गए।

बाइडन ने ईरानी मिसाइलों को मार गिराने का आदेश दिया

इस बीच, बाइडन प्रशासन ने अमेरिकी सेना को ईरानी मिसाइलों को मार गिराने का आदेश दिया। ईरान द्वारा मिसाइलें दागना शुरू करने के तुरंत बाद व्हाइट हाउस ने बयान जारी किया। अमेरिका ने कहा कि पश्चिम एशिया में 40 हजार अमेरिकी सैनिक पहले से ही तैनात है। इजरायल की मदद को कुछ हजार अतिरिक्त सैनिक भेजे रहे हैं। साथ ही चेतावनी दी कि इजरायल के विरुद्ध सीधा हमले के लिए ईरान को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

बता दें कि 13 अप्रैल को इजरायल पर तेहरान के आखिरी हमले के दौरान अमेरिका ने ईरानी मिसाइलों को मार गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने फिर से युद्धविराम का आह्वान किया। इससे पूर्व इजरायल डिफेंस फोर्स ने मंगलवार को दावा किया कि उसके सैनिक व टैंक दक्षिण लेबनान में दाखिल हो गए हैं। हिजबुल्ला के ठिकाने समाप्त करने के लिए सीमा पर सीमित जमीनी आपरेशन शुरू किया गया है।

इजरायल लेबनान में नहीं घुसा- हिजबुल्ला

दूसरी तरफ हिजबुल्ला के प्रवक्ता मुहम्मद अफीफ ने कहा कि इजरायल का लेबनान में घुसने का दावा झूठा है। अगर वे सीमा पार करते हैं तो हमारे लड़ाके सीधी जंग के लिए तैयार हैं। इस दौरान इजरायल ने रातभर दक्षिण लेबनान में लक्ष्यों पर हवाई हमले भी किए। सीरिया के दमिश्क में इजरायली हमले में तीन नागरिकों की मौत हो गई जबकि नौ अन्य घायल हो गए। उधर हिजबुल्ला ने कहा कि उसने तेल अवीव के पास दो इजरायली खुफिया एजेंसियों के मुख्यालयों को निशाना बनाते हुए मध्यम दूरी की मिसाइल दागीं।

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