दादी मां के इस नुस्खे से मिलेगा गांव जैसा दानेदार घी

दिन-ब-दिन बढ़ रही डिमांड के कारण आज मार्केट में मिल रहे देसी घी की शुद्धता पर कई सवाल खड़े होते हैं। सेहत को मिलावटी घी से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए बेहतर है कि आप इसे घर पर ही बनाना (tips for making ghee) सीख लें। अगर आपको भी ये झंझट का काम लगता है, तो दादी मां की बताई इस रेसिपी को आजमाकर देख सकते हैं।

देसी घी निकालने के लिए सामग्री
ताजी मलाई
मोटे तले का पैन

देसी घी निकालने की विधि
देसी घी निकालने के लिए सबसे पहले एक मोटे तले के पैन में ताजी मलाई को धीमी आंच पर गर्म करें।
मोटे तले का पैन इसलिए बेहतर है क्योंकि यह समान रूप से गर्म होता है और घी को जल्दी जलने से बचाता है।
इसके बाद मलाई में मौजूद पानी उबलना शुरू हो जाएगा, फिर इस दौरान पैन को ढकने से बचें ताकि पानी जल्दी उड़ जाए।
अब पानी उबलने के बाद, आंच को और धीमी कर दें और इस मलाई को तब तक पकाएं जब तक कि पानी पूरी तरह से सूख न जाए।
इस दौरान बीच-बीच में मलाई को हल्का-सा चलाते रहें, फिर पानी सूखने के बाद मलाई से घी अलग होना शुरू हो जाएगा।
इसके बाद घी ऊपर तैरने लगेगा और दूध की खुरचन नीचे बैठ जाएगी।
फिर आपको एक छन्नी की मदद से देसी घी को दूध की खुरचन से अलग कर लेना है।
आखिर में घी को ठंडा होने दें और फिर इसे एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर कर लें।

इन चीजों का भी रखें ध्यान
हमेशा ताजी मलाई का ही इस्तेमाल करें। पुरानी मलाई से घी का स्वाद और रंग बिगड़ सकता है।
मलाई को हमेशा धीमी आंच पर ही पकाएं। तेज आंच पर पकाने से घी जल सकता है।
बीच-बीच में मलाई को थोड़ा-थोड़ा चलाते रहें। इससे घी समान रूप से पकेगा।
देसी घी निकालने के लिए मोटे तले वाले पैन का इस्तेमाल कर सकते हैं इससे देसी घी जलेगा नहीं।
दूध की खुरचन को फेंकने की बजाय आप इसका यूज पनीर बनाने के लिए कर सकते हैं।
देसी घी का रंग मलाई के रंग पर निर्भर करता है। गाय के दूध की मलाई से बना घी पीले रंग का होता है, जबकि भैंस के दूध की मलाई से निकाला गया घी थोड़ा-सा सफेद होता है।

Back to top button