भोपाल के हमीदिया अस्पताल को मिली NABH की पूर्णकालिक मान्यता

हमीदिया चिकित्सालय भोपाल को NABH द्वारा पूर्णकालिक 5 वर्षों की मान्यता प्रमाण पत्र से मानित किया गया है, जो कि 2024 से 2028 तक वैध है। यह मान्यता भारत के सबसे बड़े शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय को मिला है, जो कि अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। यह मान्यता हमीदिया चिकित्सालय की उच्च सेवाओं और मरीजों के हितों के लिए किए गए अच्छे काम को दर्शाती है। 

हमीदिया चिकित्सालय भोपाल, संपूर्ण भारतवर्ष का प्रथम सर्वाधिक 1820 बिस्तरों का शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय NABH की पूर्णकालिक 5 वर्षों की मान्यता प्राप्त करने में सफल हुआ। NABH द्वारा यह मान्यता अतिविशेष महत्व रखती है क्योंकि यह भारत के किसी भी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं केंद्रीय स्वास्थ्य संस्थानों जैसे  AIIMS, PGI जैसे संस्थानों में इतनी बिस्तर संख्या पर NABH का पूर्णकालिक मान्यता (5 वर्ष) नहीं है। गांधी चिकित्सा महाविद्यालय एवं हमीदिया हॉस्पिटल के साथ साथ यह प्रदेश के लिए गौरवान्वित होने का विषय है।

हाॅस्पिटल एण्ड हेल्थकेयर प्रोवाइर्ड्स के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड ने 2005 में नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फाॅर हाॅस्पिटल्स एण्ड हेल्थकेयर प्रोवाईडरर्स (NABH) की स्थापना की थी  जो क्वालिटी काउंसिल आफ़ इंडिया (QCI) का एक घटक बोर्ड है । जिसके अन्तगर्त स्वास्थ्य सेवाओं के मानको का मूल्यांकन किया जाता है, केन्द्र सरकार के निर्देश पर सरकारी अस्पतालों की सुविधाओं के आधार पर रैंकिंग जारी करने के लिए सर्वे किया जाता है। 

हमीदिया चिकित्सालय भोपाल में एक और दो अगस्त को NABH के विशेष दल द्वारा अस्पताल का निरीक्षण कर विभिन्न मानको में परखा गया था। जिसमे हमीदिया चिकित्सालय को मरीजों एवं कर्मचारियों के हितों के लिए अच्छे काम एवं उच्च सेवाओ के लिए अच्छे स्कोर के साथ  एन ए बी एच (नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड आफ हाॅस्पिटल्स एण्ड हेल्थ केयर प्रोवाईडर्स) द्वारा यह एक्रेडिटेशन 2024 से 2028 तक के प्रमाण पत्र से मानित किया है।

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