नोएडा के बराबर होगा राज्य राजधानी क्षेत्र में निवेश, दो वर्ष में पांच लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य

नोएडा के बाद राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) और बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) उद्योगों के सबसे बड़े गढ़ के रूप में विकसित होंगे। सरकार ने अगले दो वर्ष में एससीआर में पांच लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सभी एजेंसियों उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) और उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) को भूमि अधिग्रहण के निर्देश दिए गए हैं।

यूपी सरकार ने एनसीआर की तर्ज पर प्रदेश में एससीआर बनाने की कार्यवाही शुरू कर दी है। इसमें लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, बाराबंकी, उन्नाव और रायबरेली को शामिल किया गया है। एससीआर में शहरों के सुनियोजित विकास के साथ ही निवेश को बढ़ावा देकर औद्योगिक विकास को भी फोकस किया जा रहा है। जिससे प्रदेश के युवाओं को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार के अवसर मुहैया कराया जा सके। इसी कड़ी में सरकार ने एससीआर में निवेश के लक्ष्य को पूरा करने के लिए लिए उद्यमियों के लिए भूमि प्रबंधन करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने एक्स के जरिए यह यह जानकारी साझा किया है कि अगले दो वर्षों में एससीआर में पांच लाख करोड़ का निवेश किया जाएगा। यूपीसीडा और यूपीडा द्वारा जमीन अधिग्रहण के साथ ही निवेश में रुचि रखने वाले उद्यमियों को जमीन आवंटित की जाएंगी। इसका उद्देश्य क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है।

नोएडा में आज पांच लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश हो चुका है। वर्ष 2026 तक एससीआर में निवेश का आकार नोएडा के बराबर होगा। खास बात ये है कि एससीआर में आने वाले संडीला, बाराबंकी कुर्सी रोड, अमौसी, सरोजनी नगर और उन्नाव शुक्लागंज में पहले से ही क्लस्टर हैं। एससीआर के चेयरमैन मुख्यमंत्री हैं। मुख्य सचिव, विभागीय अपर मुख्य सचिव, विभागीय सचिव, अपर मुख्य सचिव और कई महत्वपूर्ण विभागों के सचिव इसके सदस्य हैं। सभी 6 जिलों के डीएम और विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और भारत सरकार व रक्षा मंत्रालय द्वारा नामित अधिकारी भी प्राधिकरण के सदस्य हैं।

एससीआर में भूमि अधिग्रहण का टारगेट

हरदोई 5986 वर्ग किमी
सीतापुर 5743 वर्ग किमी
बाराबंकी4402 वर्ग किमी
लखनऊ2528 वर्ग किमी
उन्नाव  4558 वर्ग किमी
रायबरेली4609 वर्ग किमी

यूपीसीडा के सीईओ मयूर महेश्वरी का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के मुताबिक प्रदेश के औद्योगिक विकास को गति देने का काम यूपीसीडा कर रहा है। इसी के तहत नोएडा की तरह ही राज्य राजधानी क्षेत्र को भी इंडस्ट्रियल कारीडोर बनाया जा रहा है। निवेश के मामले में एससीआर लगभग नोएडा के बराबर होगा। दस खरब डालर अर्थव्यवस्था बनाने में इसकी बड़ी भूमिका होगी।

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