सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए निर्देश-72 घंटों में मरम्मत किए जाएं कांवड़ यात्रियों के मार्ग…

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी 22 जुलाई को शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी कांवड़ियों का स्वागत शिकंजी इत्यादि से करें और ‘‘महत्वपूर्ण अवसरों” पर उन पर पुष्प वर्षा करें। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग, सिंचाई एवं नगर विकास विभाग को अगले 72 घंटों में कांवड़ मार्ग पर सड़कों की मरम्मत का काम पूरा करने का भी निर्देश दिया।

योगी ने दिया कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा करने का निर्देश
कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “श्रद्धालुओं की आस्था का सम्मान करते हुए यात्रा मार्ग पर आम जनता की मदद के लिए सहायता शिविर लगाना उचित होगा। साथ ही ठंडे पेयजल, शिकंजी आदि के वितरण की भी व्यवस्था की जानी चाहिए।” आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यात्रा मार्ग पर ड्रोन से निगरानी करने और महत्वपूर्ण अवसरों पर कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा करने का भी निर्देश दिया।

कहीं भी गंदगी या जलभराव नहीं होना चाहिएः योगी
मुख्यमंत्री योगी ने लोक निर्माण विभाग, सिंचाई एवं नगर विकास विभाग को अगले 72 घंटों में कांवड़ मार्ग पर सड़कों की मरम्मत का काम पूरा करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “कहीं भी गंदगी या जलभराव नहीं होना चाहिए। ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन सुनिश्चित करें। साथ ही पूरे कांवड़ यात्रा मार्ग पर अच्छी रोशनी भी सुनिश्चित करें। इसके लिए अतिरिक्त ‘स्ट्रीट लाइट’ लगाई जाएं और ‘ट्रांसफार्मर’ की व्यवस्था की जाए।” मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘डीजे म्यूजिक सिस्टम’ की ऊंचाई निर्धारित सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए।

शिवालयों में भीड़ प्रबंधन कर लिया जाए: योगी 
मुख्यमंत्री ने कहा कि गाजियाबाद, मेरठ, बरेली, अयोध्या, बस्ती, प्रयागराज, काशी, बाराबंकी आदि के नगरीय क्षेत्रों में आस्था के केंद्र शिवालयों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। स्थानीय प्रशासन द्वारा मंदिर प्रबंधन से संपर्क-संवाद कर शिवालयों में भीड़ प्रबंधन कर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगनहर में मृत जानवरों के प्रवाह की सूचना मिली है, इसे तत्काल रोका जाए

22 जुलाई से शुरू होगी यात्रा
इस साल कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू होगी। सावन मास के प्रारंभ होने के साथ-साथ कांवड़ यात्रा भी शुरू हो जाती है। कांवड़ यात्रा में कांवड़ी गंगा नदी में स्नान कर लोटे में जल भरकर से शिव मंदिर में सावन शिवरात्रि के दिन अभिषेक करते हैं। कांवड़ी भगवान शिव से प्रार्थना कर आशीर्वाद मांगते हैं, इस कांवड़ यात्रा को लेकर यह मान्यता है कि भगवान शिव कावड़ियों की सभी इच्छाएं पूरी करते हैं।  

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