IPL 2024: 8 मैचों में सिर्फ 1 जीत, फिर भी नहीं मानी हार, RCB ने यूं पलटी बाजी

 रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु आईपीएल इतिहास की वो टीम है जिसके पास एक से एक दिग्गज रहे लेकिन ये टीम एक भी बार खिताब अपने नाम नहीं कर सकी। इस टीम के पास क्रिस गेल, एबी डिविलियर्स जैसे तूफानी बल्लेबाज रहे लेकिन खिताब नहीं आया। तीन बार फाइनल में पहुंचने के बाद भी टीम को निराशा हाथ लगी।

आईपीएल-2024 में भी इस टीम ने जिस तरह से शुरुआत की थी उससे लगा था कि इस बार भी कहानी नहीं बदलने वाली है,लेकिन इस टीम ने लगातार छह मैच जीतकर न सिर्फ वापसी की और प्लेऑफ में जगह बनाई, बल्कि अब ये टीम खिताब जीतने की दावेदार बन गई है।

आरसीबी ने 18 मई को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ जीत हासिल करते हुए प्लेऑफ में जगह बनाई। किसी को उम्मीद नहीं थी कि ये टीम चेन्नई को हरा देगी लेकिन इस टीम ने ये कमाल कर सभी को हैरान कर दिया। अपने शुरुआती आठ मैचों में से इस टीम ने सिर्फ एक ही मैच जीता था। वहां से लगातार छह मैच जीतकर प्लेऑफ में पहुंचने, ये कहानी आसान नहीं है। लेकिन टीम का हार ना मानना और सही समय पर सब कुछ ठीक बैठना इस टीम के यहां तक के पहुंचने का कारण बना।

विराट कोहली की फॉर्म

विराट कोहली इस सीजन दमदार फॉर्म में है। वह सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में पहले नंबर पर हैं। उनकी फॉर्म ने आरसीबी को मैच जिताए। कोहली ने शुरू से अंत तक अपना बल्ला चमकाया जिससे पूरी टीम को भी आत्मविश्वास मिला। कोहली अभी तक 708 रन बना चुके हैं जिसमें एक शतक और पांच अर्धशतक हैं।

सही समय पर लौटी पाटीदार की फॉर्म

विराट के अलावा आरसीबी की सफलता में रजत पाटीदार की फॉर्म का भी अहम रोल रहा। इस टीम में हमेशा विराट कोहली के अलावा एक ऐसे भारतीय बल्लेबाजी की कमी खलती रही जो बल्ले से बेहतरीन योगदान दे सके। रजत पाटीदार ने वो कमी पूरी की। पाटीदार ने पांच अर्धशतक जमाए। सबसे अहम ये बात रही की जब टीम को जरूरत पड़ी पाटीदार ने अपनी भूमिका निभाई।

विदेशी फैक्टर

पहले हाफ में आरसीबी के विदेशी खिलाड़ियों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। कप्तान फाफ डू प्लेसी, ग्लेन मैक्सवेल, रीस टॉपली, विल जैक्स, कैमरन ग्रीन सभी फॉर्म में नहीं थे। ये टीम की चिंता थी। लेकिन दूसरे हाफ में इन लोगों ने फॉर्म में वापसी की। विल जैक्स ने अपना कमाल दिखाया और फिर ग्रीन की ऑलराउंडर स्किल्स टीम के काफी काम आईं।

गेंदबाजों ने निभाया रोल

टीम की वापसी में जितना योगदान बल्लेबाजों का रहा उतना ही गेंदबाजों का भी रहा। पहले हाफ में गेंदबाजों ने बताया कि वह इस टीम की सबसे बड़ी कमजोर कड़ी हैं। लेकिन दूसरे हाफ में टीम के गेंदबाजों ने जिम्मेदारी ली और तकदीर पलट कर रख दी। लॉकी फर्ग्यूसन, मोहम्मद सिराज, कर्ण शर्मा ने कमाल किया। यश दयाल तो चेन्नई के खिलाफ जीत के असली हीरो रहे।

फील्डिंग भी अहम

क्रिकेट में कहा जाता है कि कैचेस विन मैचेस, यानी कैच पकड़ो और मैच जीतो। आरसीबी ने यहां भी बाजी मारी। टीम की फील्डिंग दमदार रही। कप्तान डू प्लेसी का चेन्नई के खिलाफ पकड़ा कैच कोई नहीं भूल सकता। विराट कोहली के रन आउट भी दमदार रहे। डू प्लेसी और कोहली के अलावा टीम के पास मैक्सवेल, ग्रीन जैसे फील्डर थे जो टीम के काम आए।

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